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ऑनलाइन गेमिंग के जरिये ढाई करोड़ की ठगी करने वाले गैंग का खुलासा, 12 गिरफ्तार - prayagraj police good

प्रयागराज पुलिस (Prayagraj Police Goodwork) ने ऑनलाइन गेमिंग के जरिये ठगी करने वाले गैंग के 12 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पुलिस को अभी गैंग से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश है.

ठग गैंग का खुलासा करतीं डीसीपी यमुनानगर श्रद्धा एन पांडेय.
ठग गैंग का खुलासा करतीं डीसीपी यमुनानगर श्रद्धा एन पांडेय. (Photo Credit-Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 12, 2024, 11:37 AM IST

ठग गैंग का खुलासा करतीं डीसीपी यमुनानगर श्रद्धा एन पांडेय. (Photo Credit-Etv Bharat)

प्रयागराज : ऑनलाइन गेम के नाम पर फ्रॉड करने वाले गिरोह के 12 लोगों को गिरफ्तार करके प्रयागराज पुलिस ने ठगी गैंग का खुलासा किया है. पुलिस ने पकड़े गए गिरोह के सदस्यों कब्जे से मोबाइल सिम, लैपटॉप समेत 11 बैंकों की पासबुक और 9 रजिस्टर बरामद किए हैं. पुलिस के गैंग के कई सदस्य अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं. उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.

प्रयागराज की यमुना नगर पुलिस ने ऑनलाइन गेम खिलवाने वाली कंपनियों के लुभावने विज्ञापन सोशल मीडिया में दिखाकर लोगों को जल्द ही मोटी रकम जीतने का लालच देकर अपने गेमिंग ऐप पर रजिस्टर्ड करवाते थे.उसके बाद जो भी व्यक्ति ऑनलाइन गेम खेलता था उसे छोटी छोटी रकम जीतने देते थे.जब सामने वाला व्यक्ति छोटी रकम जीतने के बाद बड़ी रकम को गेम में इन्वेस्ट करता था तो उसे इस गैंग के हरा देते थे.पुलिस के मुताबिक पूरे गेम का कंट्रोल इस गैंग के लोगों के पास रहता था.यही जनता पब्लिक की तरफ से जो मैच खेलता था उसके सामने गेम खेलने वाला इसी गैंग के मेंबर रहते थे.गेम के दौरान पैसे हारने वाला आम व्यक्ति यही सोचता था कि उससे सामने की तरफ से जिस व्यक्ति ने हराया है वो भी उन्हीं के जैसा कोई आम व्यक्ति होगा जबकि वो व्यक्ति कोई दूसरा नहीं होता था बल्कि इसी गैंग का मेम्बर रहता था.जिसे गिरोह के लोग मास्टर सिस्टम के जरिये जिता देते थे और आम व्यक्ति जो पैसे लगाता था उसे हार का सामना करना पड़ता था.

डीसीपी यमुना नगर श्रद्धा पांडेय के अनुसार गेमिंग के नाम पर लोगों को ठगने वाले गैंग से जुड़े 12 लोगों को गिरफ्तार किया है. जिनके पास से 42 मोबाइल, 52 सिम कार्ड, 5 लैपटॉप के साथ ही 11 बैंक खातों की पासबुक और 9 रजिस्टर बरामद हुए हैं. इन रजिस्टर में ऑनलाइन गेमिंग के जरिये लोगों से ठगे गए 2 करोड़ 53 लाख रुपये का लेखाजोखा मिला है. जिसके जरिए गिरोह से जुड़े दूसरे गैंग को बिहार में पुलिस द्वारा गिरफ्तार का दिया गया है. बिहार के गोपालगंज जिले में भी इसी गैंग से जुड़े दूसरे लोग ऑन लाइन गेमिंग के जरिये लोगों को ठग रहे थे. आरोपियों ने नैनी इलाके में किराए का कमरा लिया था. पकड़े गए 12 अभियुक्तों में से सूरज और पीयूष गैंग ऑपरेट करते थे और यही लोग क्रिकेट, फुटबाल, हॉकी, लूडो चेस, कार रेस बाइकिंग आदि गेम में सट्टा लगवाते थे.




डीसीपी यमुना नगर श्रद्धा पांडेय ने बताया कि उन्हें गैंग के बाबत इनपुट मिले थे. इसके बाद लगातार पुलिस टीम तलाश में जुटी हुई थी. मंगलवार को सूचना मिलने के बाद गेमिंग फ्रॉड करने वाले इस गैंग के ठिकाने पर छापेमारी करके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ पूरे गैंग को पकड़ लिया गया है. इस गैंग से जुड़े अन्य लोगों का भी पता लगाया जा रहा है. आशंका है कि इस गैंग से जुड़े और लोगों के पकड़े जाने पर और बड़ा खुलासा हो सकता है.


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ठग गैंग का खुलासा करतीं डीसीपी यमुनानगर श्रद्धा एन पांडेय. (Photo Credit-Etv Bharat)

प्रयागराज : ऑनलाइन गेम के नाम पर फ्रॉड करने वाले गिरोह के 12 लोगों को गिरफ्तार करके प्रयागराज पुलिस ने ठगी गैंग का खुलासा किया है. पुलिस ने पकड़े गए गिरोह के सदस्यों कब्जे से मोबाइल सिम, लैपटॉप समेत 11 बैंकों की पासबुक और 9 रजिस्टर बरामद किए हैं. पुलिस के गैंग के कई सदस्य अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं. उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.

प्रयागराज की यमुना नगर पुलिस ने ऑनलाइन गेम खिलवाने वाली कंपनियों के लुभावने विज्ञापन सोशल मीडिया में दिखाकर लोगों को जल्द ही मोटी रकम जीतने का लालच देकर अपने गेमिंग ऐप पर रजिस्टर्ड करवाते थे.उसके बाद जो भी व्यक्ति ऑनलाइन गेम खेलता था उसे छोटी छोटी रकम जीतने देते थे.जब सामने वाला व्यक्ति छोटी रकम जीतने के बाद बड़ी रकम को गेम में इन्वेस्ट करता था तो उसे इस गैंग के हरा देते थे.पुलिस के मुताबिक पूरे गेम का कंट्रोल इस गैंग के लोगों के पास रहता था.यही जनता पब्लिक की तरफ से जो मैच खेलता था उसके सामने गेम खेलने वाला इसी गैंग के मेंबर रहते थे.गेम के दौरान पैसे हारने वाला आम व्यक्ति यही सोचता था कि उससे सामने की तरफ से जिस व्यक्ति ने हराया है वो भी उन्हीं के जैसा कोई आम व्यक्ति होगा जबकि वो व्यक्ति कोई दूसरा नहीं होता था बल्कि इसी गैंग का मेम्बर रहता था.जिसे गिरोह के लोग मास्टर सिस्टम के जरिये जिता देते थे और आम व्यक्ति जो पैसे लगाता था उसे हार का सामना करना पड़ता था.

डीसीपी यमुना नगर श्रद्धा पांडेय के अनुसार गेमिंग के नाम पर लोगों को ठगने वाले गैंग से जुड़े 12 लोगों को गिरफ्तार किया है. जिनके पास से 42 मोबाइल, 52 सिम कार्ड, 5 लैपटॉप के साथ ही 11 बैंक खातों की पासबुक और 9 रजिस्टर बरामद हुए हैं. इन रजिस्टर में ऑनलाइन गेमिंग के जरिये लोगों से ठगे गए 2 करोड़ 53 लाख रुपये का लेखाजोखा मिला है. जिसके जरिए गिरोह से जुड़े दूसरे गैंग को बिहार में पुलिस द्वारा गिरफ्तार का दिया गया है. बिहार के गोपालगंज जिले में भी इसी गैंग से जुड़े दूसरे लोग ऑन लाइन गेमिंग के जरिये लोगों को ठग रहे थे. आरोपियों ने नैनी इलाके में किराए का कमरा लिया था. पकड़े गए 12 अभियुक्तों में से सूरज और पीयूष गैंग ऑपरेट करते थे और यही लोग क्रिकेट, फुटबाल, हॉकी, लूडो चेस, कार रेस बाइकिंग आदि गेम में सट्टा लगवाते थे.




डीसीपी यमुना नगर श्रद्धा पांडेय ने बताया कि उन्हें गैंग के बाबत इनपुट मिले थे. इसके बाद लगातार पुलिस टीम तलाश में जुटी हुई थी. मंगलवार को सूचना मिलने के बाद गेमिंग फ्रॉड करने वाले इस गैंग के ठिकाने पर छापेमारी करके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ पूरे गैंग को पकड़ लिया गया है. इस गैंग से जुड़े अन्य लोगों का भी पता लगाया जा रहा है. आशंका है कि इस गैंग से जुड़े और लोगों के पकड़े जाने पर और बड़ा खुलासा हो सकता है.


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