प्रयागराज : उमेश पाल हत्याकांड के मामले में माफिया अतीक अहमद के जेल में बंद दूसरे नंबर के बेटे अली अहमद का बयान दर्ज किया गया है. उमेश पाल हत्याकांड के विवेचक ने कुछ दिनों पहले ही माफिया अतीक के जेल में बंद दोनों बेटों का नैनी सेंट्रल जेल और लखनऊ जेल में बी वारंट तामील करवाया गया है. इसके बाद उस कड़ी में जेल में हुई पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं. पूछताछ में पता चला कि माफिया अतीक अपने पांचों बेटों को अपने ही तरह मानता था.
केस के विवेचक की पूछताछ में अली का बयान दर्ज कराया कि 13 फरवरी को नैनी जेल में उससे मिलने बमबाज गुड्डू मुस्लिम, शूटर गुलाम और सदाकत मिलने गए थे. 24 फरवरी से पहले भी दो बार उमेश पाल की हत्या करने का प्रयास किया गया था. जिसके तहत पहली बार उसे कचहरी के बाहर ही मारने की योजना थी. उसके बाद दूसरी बार धोबीघाट चौराहे पर भी मारने का प्लान बनाया गया था, लेकिन दोनों ही बार प्लान फेल हो गया था.
अली ने असद को घटना में शामिल करने से किया था मना
अली अहमद ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने उमेश पाल मर्डर केस में अली को शामिल करने से मना किया था. अली ने शूटरों से कहा था कि उसके छोटे भाई असद को वारदात में किसी भी हाल में शामिल न किया जाए, लेकिन अतीक अहमद ने अपने गैंग के शूटरों से कहा था कि उसके पांचों बेटे अतीक अहमद के ही बराबर हैं. यही वजह थी कि उमेश पाल हत्याकांड में शूटरों के साथ ही उसे भी शामिल कर लिया गया था. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अली ने यह भी बताया है कि शूटरों को असलहे अतीक के छोटे भाई अशरफ ने उपलब्ध करवाए थे.
अशरफ के कहने पर ही अतीक अहमद के चौथे और पांचवें नंबर के बेटों ने आईफोन की आईडी बनाई थी. जिससे वे लोग फेसटाइम ऐप के जरिये आपस में बातचीत करके एक दूसरे से जुड़े रहते थे. उमेश पाल हत्याकांड के बाद असद के कमरे से आईफोन की बरामदगी हुई थी. पुलिस अब अली से मिली जानकारी के आधार पर अन्य जानकारियां एकत्रित करके आगे की जांच करेगी.