प्रयागराज: महाकुंभ मेला क्षेत्र में शनिवार सुबह दोबारा आग लग गई. आग से पार्किंग में खड़ीं दो गाड़ियां जल गईं. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबम पा लिया. महाकुंभ के चीफ फायर ऑफिसर प्रमोद शर्मा ने बताया कि आग शार्ट सर्किट से लगने की आशंका है. इलेक्ट्रिक कार में आग लगी थी. इसके बाद थाेड़ी देर में दूसरी कार में भी आग फैल गई.
महाकुंभ में आग की यह दूसरी घटना है. इससे पूर्व 19 जनवरी को सेक्टर 19-20में आग लग गई थी. आग की वजह अब तक साफ नहीं है. इस घटना की भी जांच चल रही है. आशंका है कि खाना बनाते समय या हीटर से किसी टेंट में आग लगी और उससे 170 से अधिक टेंट जलकर खाक हो गए थे.
महाकुंभ क्षेत्र में आग लगने की इस घटना से हड़कंप मचा है. 19 जनवरी को लगी आग के बाद विशेष सावधानी बरती जा रही है. इसके बाद भी दोबारा मेला क्षेत्र में आग फैली और कुछ ही देर में दो कारें राख हो गईं. सुबह का वक्त होने से आग फैलने का ज्यादा मौका नहीं मिला.
बता दें कि बीते 19 जनवरी को ही सेक्टर 19-20 में शाम करीब 4.30 बजे आग लग गई थी. स्वस्तिक द्वार से और रेलवे पुल के नीचे जहां अखाड़े हैं, वहीं आग लगी. भीषण आग से 25 से ज्यादा टेंट इसमें जल गए. जबकि गीता प्रेस के 160 से अधिक कॉटेज भी राख हो गए थे. आग बुझाने में फायर विभाग की करीब 45 गाड़ियां लगीं थीं. इस आग में कोई जनहानि तो नहीं हुई, लेकिन इससे व्यवस्था पर सवाल जरूर खड़े हो गए.
महाकुंभ में पहुंचे श्रद्धालु आग लगे टेंट में घुसकर एलपीजी सिलेंडर्स को अपने कंधों पर उठाकर बाहर लाए. इतना ही नहीं, साधु संन्यासियों ने भी अपने जान की परवाह किए बिना आग से लोगों को सुरक्षित बचाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. कुछ साधु तो ऐसे भी थे जिन्हें नंगे पैर होने के बावजूद अंगारों पर चलते गए और लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल कर जिंदगी बचाई.
दूसरी ओर सिलेंडर से आग फैलने की आशंका के मद्देनजर महाकुंभ में छोटे सिलेंडर अब जब्त किए जा रहे हैं. अब तक 300 से अधिक सिलेंडर जब्त किए जा चुके हैं. यह अभियान जारी है.