प्रयागराज : संगमनगरी में महाकुंभ 2025 की शुरुआत जनवरी में होने जा रही है. इसके लिए प्रदेश सरकार युद्धस्तर पर तैयारी कर रही है. वहीं, महाकुंभ को सुगम बनाने के लिए जिलाधिकारी प्रयागराज रविंद्र कुमार मादर ने कुंभ क्षेत्र अस्थायी जिला घोषित कर दिया है. इसी के साथ अब यूपी में 75 के बजाय 76 जिले हो गए हैं.
अधिसूचना में कहा गया है कि महाकुंभ जनपद में परेड क्षेत्र सहित कुल 67 गांव को शामिल किया है. पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार यह जनपद दोगुनी से भी अधिक है. जारी की गई अधिसूचना को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है.
अधिसूचना के मुताबिक कुंभमेला अधिकारी विजय किरण आनंद बतौर कलेक्टर कुंभ मेला काम करेंगे. अधिसूचना में वर्णित विवरण के मुताबिक कुंभ क्षेत्र के कलेक्टर समस्त श्रेणी के मुकदमों में कलेक्टर को कार्य करने का अधिकार प्राप्त होगा.
जारी अधिसूचना में प्रयागराज जनपद की चार तहसील के 67 गांव शामिल हैं. इसमें महाकुंभ जनपद के तहसील सदर से 25, सोरव से तीन, फूलपुर के 20 और करछना के 19 राजस्व गांव शामिल है.
बता दें कि इस बार महाकुम्भ में 40 से 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है. प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं के अयोध्या, वाराणसी और आसपास के धार्मिक स्थलों पर भी जाने के अनुमान हैं. ऐसे में पर्यटन विभाग ने कुछ दिन पहले वाराणसी से महाकुम्भ (प्रयागराज), अयोध्या सर्किट को जोड़ते हुए अलग-अलग तरीके का टूर पैकेज तैयार किया था. साथ ही इन पैकेज को बुक करने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था भी शुरू कर दी गई थी.
महाकुंभ मेला जनपद में कुल 4 तहसील शामिल किए गए हैं. ये प्रयागराज जनपद की सूची में शामिल थे. इसमें सदर, सोरांव, फूलपुर व करछना तहसील को शामिल किया गया है.
जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार मांदड़ ने बताया कि प्रयागराज मेला प्राधिकरण, प्रयागराज अधिनियम 2017 की धारा 2 (ठ) के तहत मिले अधिकारों का प्रयोग करते हुए महाकुम्भ मेला 2025 के आयोजन के लिए नए जिले की अधिसूचना जारी की गई है. नए जिले का वाहन कोड 69 होगा.
यह भी पढ़ें: प्रयागराज में शोभायात्रा के साथ 12 दिवसीय राष्ट्रीय शिल्प मेले की शुरुआत, कलाकारों ने जमाया रंग, देखिए VIDEO
यह भी पढ़ें: प्रयगाराज महाकुंभ; 25 दिसंबर तक पूरे हो जाएंगे नेशनल हाईवे, बाईपास, इनर रिंग रोड और पुल निर्माण के बाकी कार्य