प्रयागराज : जनवरी में लगने वाले महाकुंभ को लेकर तेजी से तैयारियां चल रहीं हैं. पहली बार मेले में जर्मनी के ऑल टेरेन व्हीकल भी तैनात किए जाएंगे. मेला परिसर में कहीं पर भी आग लगने पर ये वाहन पलक झपकते ही काबू पा लेंगे. इस व्हीकल में एस्टिंगुशर, एयरकंप्रेसर समेत अत्याधुनिक डिवाइस लगे हैं. रेत, दलदल और पानी में भी ये वाहन रफ्तार से दौड़ सकते हैं. साइज में छोटे होने के कारण ये संकरी गलियों में भी आसानी से पहुंच सकेंगे. जर्मनी से ये 4 खास वाहन कुंभ मेला क्षेत्र में पहुंच चुके हैं. सीएम योगी जल्द ही इसका उद्घाटन करेंगे.
महाकुंभ 2025 को सुरक्षित और हरित बनाने के लिए योगी सरकार अनेक उपाय कर रही है. इसी के तहत पहली बार इस महाकुंभ मेले में जर्मनी से ऑल टेरेन व्हीकल मंगवाए गए हैं. ये व्हीकल मेला क्षेत्र में कहीं पर भी आग लगने पर कुछ पलों में ही घटनास्थल पर पहुंचकर आग को बुझा देंगे. वाहन में फायर एस्टींग्यूशर समेत अत्याधुनिक फायर सेफ्टी डिवाइस भी लगे हैं. ये वाहन रेत, दलदल और छिछले पानी के साथ ही उबड़-खाबड़ रास्तों पर भी आसानी से दौड़ सकते हैं. फायर विभाग के प्रशिक्षित फायरकर्मी इन वाहनों पर सवार होकर पूरे मेला क्षेत्र में आग लगने समेत किसी भी आपात स्थिति से निपट सकेंगे.
बैट्री से संचालित होते हैं ये वाहन : महाकुम्भ मेला क्षेत्र में तैनात किए जाने वाले ऑल टेरेन व्हीकल पहली बार महाकुंभ में तैनात किए गए हैं. चार ऑल टेरेन व्हीकल्स प्रयागराज पहुंच चुके हैं और अग्निशमन कर्मियों को इसको चलाने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है. यही नहीं इसी नवंबर माह के अंतिम सप्ताह में सीएम योगी आ सकते हैं और इन चारों अत्याधुनिक ऑल टेरेन व्हीकल्स को हरी झंडी दिखा सकते हैं. ये वाहन इलेक्ट्रिक बैट्री से संचालित होते हैं.
वाहनों में आग बुझाने की है प्रभावी क्षमता : मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रमोद शर्मा ने बताया कि जर्मनी से आई इन गाड़ियों में नॉर्मल फायर एस्टींग्यूशर के साथ एयर कंप्रेशर और वैमपैक फायर एस्टींग्यूशर भी हैं. गन से 9 लीटर तक पानी का छिड़काव किया जा सकता है और उसमें 8 लीटर पानी और एक लीटर केमिकल मिला होता है. इसके छिड़काव के बाद फोम बन जाता है और फ्लोरीन युक्त फोम में आग बुझाने की प्रभावी क्षमता होती है. इससे आग तेजी से काबू में आ जाता है.
फायरमैन भी रहेंगे सुरक्षित : ये वाहन ज्वलनशील तरल पदार्थ की आग को भी बुझा सकता है. यह पारंपरिक फोम का एक विश्वसनीय विकल्प है. इसकी डिस्चार्ज डिस्टेंस 45 फीट तक होती है. सिस्टम ऑपरेटर और आग के बीच सुरक्षित दूरी बनी रहती है. इसमें 75 फीट की नली होती है जो उपयोगकर्ता को किसी भी दिशा में यूनिट के 100 फीट के भीतर आग तक पहुंचने में सक्षम बनाती है. साथ ही यह दूरी ऑपरेटर और फायरमैन को विकिरण गर्मी और जहरीली गैसों से भी सुरक्षा प्रदान करती है.
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