प्रयागराज : अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरी ने जनवरी 2025 में लगने वाले महाकुंभ की सुरक्षा पर चिंता जताई है. दुनिया के हालात का हवाला देकर उन्होंने फुलप्रूफ सुरक्षा इंतजाम करने की मांग की है. उनका कहना है कि मेले के दौरान किसी प्रकार आतंकी या अप्रिय घटना न हो, इसके लिए मुकम्मल इंतजाम होने चाहिए. उन्होंने महाकुम्भ में आने वाले साधु-संतों के भी पहचान पत्र बनाए जाने का प्रस्ताव दिया है.
शुक्रवार को निरंजनी अखाड़े में हुई बैठक में अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरी गिरी ने कहा कि महाकुंभ मेले के दौरान किसी प्रकार की आतंकी घटना को अंजाम दिया जा सकता है. मेले में आने वाले हर एक व्यक्ति के आधार कार्ड की जांच करने के बाद ही उन्हें मेला क्षेत्र में प्रवेश करने दिया जाए. दुनिया भर के हालातों के साथ ही उन्होंने इजरायल में हो रहे हमले का हवाला देते हुए कहाकि इस वक्त पूरी दुनिया में असुरक्षित माहौल है.
पिछले महाकुंभ से इस बार ज्यादा होनी चाहिए सुरक्षा व्यवस्था : महामंत्री ने कहा कि भारत में पहले भी कई आतंकी हमले हो चुके हैं. उन घटनाओं से सबक लेते हुए करोड़ों की भीड़ वाले महाकुंभ मेले में सुरक्षा की ऐसी तगड़ी व्यवस्था करनी चाहिए जिससे किसी भी प्रकार की कोई घटना न हो सके. इसके साथ ही उन्होंने पुलिस के साथ ही देश की सभी सुरक्षा एजेंसियों पर भरोसा जताते हुए कहा कि हमारे देश के सुरक्षा बल हर प्रकार की घटना को रोकने में सक्षम हैं. जिस तरह से आए दिन सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ समेत भारतीय सनातन धर्म से जुड़े लोगों को लेकर धमकियां दी जाती हैं, उसको देखते हुए सनातन धर्म के सबसे बड़े मेल में सुरक्षा व्यवस्था पिछली बार से ज्यादा होना चाहिए.
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहाकि सनातन धर्म के इस सबसे बड़े मेले अखाड़ों की तरफ से निकाले जाने वाले शाही स्नान अपर पेशवाई का नाम बदले जाने के प्रस्ताव को सीएम योगी के समक्ष रखने की बात कही.
बैठक में अलग-अलग प्रस्ताव हुए पास : बैठक में शामिल अखाड़ों ने महाकुम्भ से जुड़े प्रस्तावों पर चर्चा कर उन्हें सर्वसम्मति से पास किया. इसमें महाकुंभ में अखाड़ों को मिलने वाली जमीन और सुविधाएं बढ़ाए जाने की मांग की गई. अखाड़ों की तरफ से मांग की गयी है कि 2019 में अखाड़ों में निर्माण के जो कार्य करवाए गए थे, उससे दोगुने कार्य इस बार करवाए जाएं. महाकुंभ को स्वच्छ बनाने के लिए पीएम मोदी के स्वच्छता अभियान से जुड़ने का भी अखाड़े के संतों ने प्रस्ताव पास किया.
प्रदेश के प्राचीन मंदिरों के जीर्णोद्धार करवाये जाने की मांग रखने का प्रस्ताव पास किया गया है. बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार की घोर निंदा की गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह से इस पर रोक लगाने के लिए कदम उठाए जाने की मांग की गई. इसके साथ ही सबसे अहम प्रस्ताव के रूप में महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए आधार कार्ड अनिवार्य किए जाने और संतों का भी पहचान पत्र जारी करने का प्रस्ताव पास किया गया.
आज भी होगी अखाड़ों की बैठक : महाकुम्भ मेले को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ और अखाड़े के साधु-संतों की बैठक रविवार को होनी है. उस बैठक से पहले शनिवार को निरंजनी अखाड़े में अखाड़ा परिषद की फिर से बैठक होगी. इसमें महाकुंभ में संतों की पेशवाई और शाही स्नान का नाम बदले जाने को लेकर चर्चा होगी. सभी की सहमति पर अखाड़ा परिषद की तरफ से योगी सरकार से सरकारी तौर पर नाम बदले जाने का अनुरोध किया जा सकता है. अखाड़ा परिषद की इस बैठक में 13 में 8 ही अखाड़े के प्रमुख संत इस बैठक में शामिल हुए थे.
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