पटनाः जन सुराज के संयोजक और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने लालू यादव और नीतीश कुमार पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि यहां दो लोग शासन चलाते रहे हैं. पहला लालू यादव और दूसरा नीताश कुमार इनकी राजनीति तो सभी जानते ही हैं. इनका पूरा फोकस रहा है कि समाज को बांटो, सबको गरीब, अनपढ़, मजदूर रखो. सबको समाजवाद-समतामूलक बात करके सामाजिक न्याय के नाम पर बेवकूफ बनाकर वोट लेते रहो.
गरीबों को लालू यादव ने शिक्षा क्यों नहीं दी? प्रशांत किशोर मंगलवार को मीडिया को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि कभी किसी ने लालू जी से ये सवाल नहीं किया. लालू यादव हमेशा कहते रहते हैं कि उन्होंने अपने शासनकाल में गरीबों, वंचितों और पिछड़ों को आवाज दी. प्रशांत किशोर ने सवाल उठाते हुए कहा कि लालू जी ने जिन वर्ग के लोगों को आवाज दी उन्हें शिक्षा क्यों नहीं दी. इसके पीछे उन्होंने बड़ा कारण बताया.
"लालू प्रसाद यादव ने लोगों को शिक्षित क्यों नहीं किया और उन्हें रोजगार क्यों नहीं दिया. लालू प्रसाद यादव सरीखे नेताओं की मंशा यह थी कि इन्हें शिक्षित कर देने के बाद वह हमारा झंडा लेकर नहीं घूमेंगे." -प्रशांत किशोर, संयोजक, जनसुराज
'इसलिए नहीं दी शिक्षा': प्रशांत किशोर ने कहा कि ऐसे लोगों को लालू यादव ने रोजगार क्यों नहीं दिया? उनको जमीन क्यों नहीं दी? वो इसलिए नहीं दिया क्योंकि आवाज देने से वो उनके लिए जिंदगी भर नारा लगाएगा और उनका झंडा लेकर घूमेगा. अगर उन्हीं वर्गों को उन्होंने शिक्षित कर दिया होता, पूंजी-पैसा देकर रोजगार दे दिया होता तो वे आज उनका झंडा लेकर नहीं घूमते.
'400 रुपए पेंशन के नाम पर वोट': प्रशांत किशोर ने कहा कि ये राजनीति है. लालू यादव की सरकार ने पूरे बिहार को अनपढ़-मजदूर बना दिया. उन्होंने कहा कि आपको अगर 400 रुपए पेंशन भी मिल रहा है तो आपके नेता माई-बाप हैं. आज के जमाने में 400 रुपए पेंशन पाने वाले लोग भी इस बात पर वोट कर रहे हैं कि सरकार 400 रुपए दे रही है. उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय और समाजवाद के नाम पर नेताओं ने बिहार की जनता को बेवकूफ बनाने का काम किया.
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