रामनगर: शहर में आसपास के इलाकों में लगातार हो रही तेज मूसलाधार बारिश से बरसाती नाले और नदियां पूरी तरह उफान पर हैं. इसी क्रम में प्रसिद्ध गर्जिया देवी मंदिर की तलहटी में बह रही कोसी नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है, जिसको लेकर नदी किनारे प्रसाद बेचकर अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाले प्रसाद विक्रेताओं ने अपनी- अपनी दुकानों को खाली करना शुरू कर दिया है.
बता दें कि कोसी नदी के लगातार बढ़ रहे जलस्तर के बाद नदी किनारे प्रसाद बेचकर अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाले प्रसाद विक्रेताओं के आगे रोजी-रोटी का संकट घहराने लगा है . प्रसाद विक्रेताओं का कहना है कि लगातार हो रही बारिश के बाद मंदिर के नीचे बह रही कोसी नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है, जिससे उनकी दुकानों को खतरा उत्पन्न होने की संभावना है. उनका कहना है कि पहले भी बरसात के दौरान कई बार उनकी दुकान और सामान इसी नदी में बह चुका है, लेकिन इस बार दुकानदारों ने नदी के बढ़ते जलस्तर को देखकर अपनी-अपनी प्रसादों की दुकान का सामान खुद ही हटाना शुरू कर दिया है.
प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त है. आलम ये है कि बारिश की वजह से जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं. साथ ही मलबा आने से की जिलों की सड़कें बंद हैं. वहीं, अगर हल्द्वानी की बात करें, तो कुमाऊं मंडल में 100 सड़कें बंद हो गई हैं, जिससे लोगों को आवाजाही में भारी परेशानी हो रही है. वहीं, जिला प्रशासन ने लोगों को जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकलने की हिदायत दी है.
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