उज्जैन: उज्जैन देश का पहला ऐसा मंदिर बनने जा रहा है, जहां भक्तों को एटीएम की तरह मशीनों से प्रसाद मिलेगा. इससे भक्तों को प्रसाद प्राप्त करने में काफी सहूलियत होगी और उन्हें लंबी कतारों में नहीं लगना पड़ेगा. श्रद्धालुओं को सिर्फ मशीन के पास आना होगा और जितने ग्राम के लड्डू का पैकेट चाहिए उसको सेलेक्ट करना होगा. इसके बाद एक QR कोड डिस्प्ले होगा जिसको स्कैन करते ही लड्डू ऑटोमेटिक मशीन से नीचे आएगा और श्रद्धालु उसको प्राप्त कर लेगा.
कोयम्बटूर में तैयार की गई हैं प्रसाद डिस्पेंस मशीनें
बता दें उज्जैन महाकाल मंदिर प्रशासन ने प्रसाद वितरण को अत्याधुनिक बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है. दीवाली के बाद यहां दो जगहों पर प्रसाद डिस्पेंस मशीनें लगाई जाएंगी, जिससे भक्त कतार में लगे बिना प्रसाद प्राप्त कर सकेंगे. इन मशीनों का निर्माण कोयम्बटूर में किया गया है और यह कदम सफल होने पर मंदिर परिसर के साथ रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर भी इनका विस्तार करने की योजना है.
उज्जैन महाकाल मंदिर के प्रशासक, गणेश धाकड़ ने बताया "हमारी कोशिश है कि भक्तों को सुविधा मिले और प्रसाद वितरण का कार्य तेजी से हो. इन मशीनों के माध्यम से नकली प्रसाद बेचने वालों पर भी रोक लगेगी." फिलहाल, श्रद्धालु मंदिर के काउंटर से 200 ग्राम, 500 ग्राम और 1 किलो के पैक में प्रसाद ले सकते हैं. मशीनें लगने के बाद कर्मचारियों को अन्य सेवाओं में लगाया जाएगा. QR कोड स्कैन कर भक्त पेमेंट कर सकेंगे, जो सीधे मंदिर समिति के बैंक खाते में जाएगा. उज्जैन महाकाल मंदिर इस अनोखे कदम के साथ भक्तों को एक नई सुविधा देने के लिए तैयार है.