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पावर ग्रिड और IIT कानपुर ने तैयार किया देश का पहला इंस्पेक्शन रोबोट, कुछ ही समय में बिजली फाल्ट का लगा लेगा पता - Invention of IIT Kanpur - INVENTION OF IIT KANPUR

बिजली फाल्ट की समस्या से निपटने के लिए पावर ग्रिड नाम की संस्था ने आईआईटी कानपुर के सहयोग से अनोखा रोबोट तैयार किया गया है. खास फीचर से लैस रोबोट (Invention of IIT Kanpur) मिनटों में सब स्टेशनों पर होने वाले फाल्ट को ढूंढ निकालेगा.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Apr 29, 2024, 9:07 AM IST

New invention of IIT Kanpur.

कानपुर : गर्मी हो या फिर सर्दी, बिजली फॉल्ट को लेकर हमेशा लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. अब इस समस्या से निपटने और लोगों को इससे निजात दिलाने के लिए पावर ग्रिड नाम की एक संस्था ने आईआईटी कानपुर के साथ मिलकर एक अनोखा रोबोट तैयार किया है. यह रोबोट कुछ ही समय में यह बता देगा कि फाल्ट कहां है. इसके अलावा रोबोट सब स्टेशनों पर इंस्पेक्शन का काम भी करेगा. आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ प्रोफेसर बिशाख भट्टाचार्य ने बताया कि रोबोट पूरी तरीके से बन कर तैयार हो गया है. पनकी स्थित एक सब स्टेशन पर इसका परीक्षण किया जा रहा है.

मिनटों में रोबोट ढूंढ निकलेगा फाल्ट : आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ प्रोफेसर बिशाख भट्टाचार्य ने बताया कि सब स्टेशन में फाल्ट ढूंढने में काफी समय लगता है. ऐसे में अब इंस्पेक्शन रोबोट कुछ ही समय में फाल्ट को ढूंढ निकालेगा. इससे जल्द से जल्द बिजली कर्मचारियों के द्वारा उसे ठीक किया जा सकेगा. इंस्पेक्शन रोबोट की मदद से काफी सहूलियत मिलेगी.

समय से काम भी हो सकेगा. रोबोट को देश के हर सब स्टेशन में प्रयोग किया जा सकता है. अभी यह रोबोट सेमी ऑटोनॉमस रूप से काम कर रहा है. यह एक मोबाइल रोबोट है जो पावर सब स्टेशन के अंदर आराम से चल सकता है. इसको फुल ऑटोमेटिक करने पर अभी काम किया जा रहा है.

आइए जानते हैं, आखिर कैसे काम करेगा यह रोबोट : वरिष्ठ प्रोफेसर बिशाख भट्टाचार्य ने बताया कि सब स्टेशन के अंदर मैग्नेटिक पावर काफी ज्यादा हाई होता है जो इंसानों के लिए कहीं न कहीं तक काफी ज्यादा हानिकारक होता है. इस रोबोट की मदद से इंसानों को काफी हद तक मदद मिल सकेगी. यह रोबोट कई तरह के आधुनिक कैमरों से पूरी तरह से लैस है. जो सबस्टेशन की कमियों को आसानी से देख सकता है. इसने एक माइक्रोफोन भी लगा हुआ है.

सबस्टेशन के अंदर जैसे-जैसे यह रोबोट मूवमेंट करेगा. वह कंप्यूटर स्क्रीन पर साफ-तौर पर दिखाई देगा कि किस तरीके का फॉल्ट है. कहीं कोई बड़ा हॉट स्पॉट तो नहीं जिसकी वजह से आग लग जाए. साथ ही ट्रांसफार्मर सही से कम कर रहा है या नहीं. इंस्पेक्शन रोबोट को बनाने में करीब डेढ़ साल का समय लगा है. अब यह अपनी आखिरी स्टेज पर है. यह रोबोट काफी महंगा है और इसको तैयार करने में करीब एक करोड़ रुपये का खर्चा आया है. यह देश का पहला इंस्पेक्शन रोबोट है.

कानपुर के 90 सबस्टेशन को आसानी से कवर करेगा रोबोट : वरिष्ठ प्रोफेसर बिशाख भट्टाचार्य के अनुसार एक रोबोट करीब 2 घंटे में एक सब स्टेशन को बड़ी आसानी से कवर कर सकता है. इस रोबोट की जो स्पीड है. वह 1 घंटे में 5 से 10 किलोमीटर प्रति घंटे की है. इस हिसाब से यह काफी सब स्टेशनों को आसानी से कवर कर सकता है. इंस्पेक्शन रोबोट कई अन्य फील्ड में भी काफी ज्यादा कारगर साबित होगा. यह रोबोट जहां पर इंसान नहीं जा सकते वहां पर आसानी से जा सकता है और डाटा कलेक्ट कर उन चीजों का बड़े ही आसानी से पता लगा सकता है.

यह भी पढ़ें : ये है IAS-IPS की फैक्ट्री! जिस IIT से पढ़े UPSC टॉपर आदित्य श्रीवास्तव, वहां से अब तक निकल चुके 600 अफसर - IIT KANPUR NEWS

यह भी पढ़ें : क्यूएस रैंकिंग में आईआईटी का खराब प्रदर्शन, 85वें से 93वें स्थान पर पहुंचा, कंप्यूटर साइंस की रैंकिंग सुधरी - IIT Kanpur

New invention of IIT Kanpur.

कानपुर : गर्मी हो या फिर सर्दी, बिजली फॉल्ट को लेकर हमेशा लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. अब इस समस्या से निपटने और लोगों को इससे निजात दिलाने के लिए पावर ग्रिड नाम की एक संस्था ने आईआईटी कानपुर के साथ मिलकर एक अनोखा रोबोट तैयार किया है. यह रोबोट कुछ ही समय में यह बता देगा कि फाल्ट कहां है. इसके अलावा रोबोट सब स्टेशनों पर इंस्पेक्शन का काम भी करेगा. आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ प्रोफेसर बिशाख भट्टाचार्य ने बताया कि रोबोट पूरी तरीके से बन कर तैयार हो गया है. पनकी स्थित एक सब स्टेशन पर इसका परीक्षण किया जा रहा है.

मिनटों में रोबोट ढूंढ निकलेगा फाल्ट : आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ प्रोफेसर बिशाख भट्टाचार्य ने बताया कि सब स्टेशन में फाल्ट ढूंढने में काफी समय लगता है. ऐसे में अब इंस्पेक्शन रोबोट कुछ ही समय में फाल्ट को ढूंढ निकालेगा. इससे जल्द से जल्द बिजली कर्मचारियों के द्वारा उसे ठीक किया जा सकेगा. इंस्पेक्शन रोबोट की मदद से काफी सहूलियत मिलेगी.

समय से काम भी हो सकेगा. रोबोट को देश के हर सब स्टेशन में प्रयोग किया जा सकता है. अभी यह रोबोट सेमी ऑटोनॉमस रूप से काम कर रहा है. यह एक मोबाइल रोबोट है जो पावर सब स्टेशन के अंदर आराम से चल सकता है. इसको फुल ऑटोमेटिक करने पर अभी काम किया जा रहा है.

आइए जानते हैं, आखिर कैसे काम करेगा यह रोबोट : वरिष्ठ प्रोफेसर बिशाख भट्टाचार्य ने बताया कि सब स्टेशन के अंदर मैग्नेटिक पावर काफी ज्यादा हाई होता है जो इंसानों के लिए कहीं न कहीं तक काफी ज्यादा हानिकारक होता है. इस रोबोट की मदद से इंसानों को काफी हद तक मदद मिल सकेगी. यह रोबोट कई तरह के आधुनिक कैमरों से पूरी तरह से लैस है. जो सबस्टेशन की कमियों को आसानी से देख सकता है. इसने एक माइक्रोफोन भी लगा हुआ है.

सबस्टेशन के अंदर जैसे-जैसे यह रोबोट मूवमेंट करेगा. वह कंप्यूटर स्क्रीन पर साफ-तौर पर दिखाई देगा कि किस तरीके का फॉल्ट है. कहीं कोई बड़ा हॉट स्पॉट तो नहीं जिसकी वजह से आग लग जाए. साथ ही ट्रांसफार्मर सही से कम कर रहा है या नहीं. इंस्पेक्शन रोबोट को बनाने में करीब डेढ़ साल का समय लगा है. अब यह अपनी आखिरी स्टेज पर है. यह रोबोट काफी महंगा है और इसको तैयार करने में करीब एक करोड़ रुपये का खर्चा आया है. यह देश का पहला इंस्पेक्शन रोबोट है.

कानपुर के 90 सबस्टेशन को आसानी से कवर करेगा रोबोट : वरिष्ठ प्रोफेसर बिशाख भट्टाचार्य के अनुसार एक रोबोट करीब 2 घंटे में एक सब स्टेशन को बड़ी आसानी से कवर कर सकता है. इस रोबोट की जो स्पीड है. वह 1 घंटे में 5 से 10 किलोमीटर प्रति घंटे की है. इस हिसाब से यह काफी सब स्टेशनों को आसानी से कवर कर सकता है. इंस्पेक्शन रोबोट कई अन्य फील्ड में भी काफी ज्यादा कारगर साबित होगा. यह रोबोट जहां पर इंसान नहीं जा सकते वहां पर आसानी से जा सकता है और डाटा कलेक्ट कर उन चीजों का बड़े ही आसानी से पता लगा सकता है.

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