लखनऊ: प्रदेश में बिजली कटौती ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है. बिजली संकट से प्रदेश में त्राहि त्राहि मची हुई है. बिजली की डिमांड बढ़ने से बिजली विभाग के उपकरण जवाब दे रहे हैं. बिजली की मांग को लेकर हर तरफ प्रदर्शन और तोड़फोड़ हो रही है. पुलिस को भी मोर्चा संभालना पड़ रहा है. ऐसे में बिजली विभाग ने ऐसे अफसरों और कर्मचारियों को बहाल करने के आदेश दिए हैं जिनके खिलाफ पहले भ्रष्टाचार या फिर लापरवाही के आरोप में एक्शन लिया गया था.
बिजली संकट से उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की भी खूब किरकिरी हो रही है. ऐसे में अब पावर कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने बिजली आपूर्ति को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है. ऊर्जा विभाग ने ऐसे अभियंताओं को बहाल कर दिया है, जिन पर भ्रष्टाचार या लापरवारी के आरोप लगे थे और महकमे को एक्शन लेना पड़ा था. अब ऐसे अधिकारियों को बहाल करने के बाद फील्ड में बिजली संकट दूर करने का जिम्मा सौंपा गया है. मुख्यालय पर अटैच रहने वाले इन अफसरों को निर्देशित किया गया है, कि जनता की बिजली की समस्या किसी भी कीमत पर दूर करें.
एमडी ने खुद संभाला मोर्चा: मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अंतर्गत आने वाले 19 जिलों जिनमें लखनऊ भी शामिल है, यहां पर बिजली संकट को लेकर एमडी खुद मैदान में उतर पड़े हैं. दिन-रात वे विभिन्न उपकेंद्रों का निरीक्षण कर रहे हैं. सभी डिविजनों से अपने यहां उपकरणों की कमी की डिमांड मंगा रहे हैं. उपकेंद्रों को उपकरण सौंपकर बिजली आपूर्ति को पटरी पर लाने की कोशिश की जा रही हैं.
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