कोंडागांव: कोंडागांव के रहने वाले अशोक चक्रधारी ने इंजीनियरिंग की कोई पढ़ाई नहीं की है. बावजूद इसके वो किसी इंजीनियर से कम नहीं है. पेशे से कुम्हार का काम करने वाले अशोक सालों से मिट्टी के दीये बनाने का काम कर रहे हैं. दीपावली पर अशोक ने इस बार एक अनोखा दीया बनाया है. अशोक का बनाया दीया 24 से लेकर 48 घंटे तक बिना तेल भरे जलता है. अशोक के बनाए इस खास दीए की डिमांड अब कोंडागांव में तेजी से बढ़ती जा रही है. इस अनोखे दीए को देखने के कहेंगे भाई इसके सामने तो चीन की तकनीक भी फेल है.
चक्रधारी का चमत्कारी दीया: मिट्टी के जादूगर अशोक चक्रधारी बताते हैं कि उनके दीये में ऑटोमैटिक तेल भरने की व्यवस्था है. दीये में जैसे ही तेल खत्म होने लगेगा वैसे ही ऊपर के हिस्से से तेल दीये के नीचे पहुंच जाएगा. नीचे का हिस्सा जैसे ही भरेगा ऊपर से तेल आना अपने आप बंद हो जाएगा. अशोक चक्रधारी अपनी हुनर की बदौलत नेशनल मेरिट अवार्ड से भी सम्मानित हो चुके हैं.
भोपाल से मिली आइडिया: अशोक बताते हैं कि 35 साल पहले वो भोपाल की प्रदर्शनी में गए थे. वहां अशोक ने ऐसा ही दीया देखा. दीये को देखने के बाद उनके मन ये ख्याल आया कि क्यों न ऐसा ही दीया वो भी बनाएं. फिर क्या था मन की इच्छा को अशोक ने मूर्त रुप देना शुरु कर दिया. सालों की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार अशोक ने वैसा ही दीया बना दिया. अशोक के बनाये दीयों की डिमांड अब कई राज्यों से होने लगी है. अशोक बताते हैं कि वो हर दिन 100 के करीब ऐसे दीये बना लेते हैं. मेहनत ज्यादा होने चलते वो ज्यादा दीये नहीं बना पा रहे हैं.