नई दिल्ली: दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी 'अब नहीं सहेंगे बदलके रहेंगे 'के नारे के साथ AAP के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरेगी. दिल्ली बीजेपी दफ्तर के बाहर 'अब नहीं सहेंगे, बदल के रहेंगे' के पोस्टर लगाए गए है.
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, "यह 'अब नहीं सहेंगे, बदल के रहेंगे' नारा दिल्ली की जनता की आवाज है. जब हमने भाजपा के संकल्प पत्र के लिए लोगों से सुझाव मांगे तो लोगों ने कहा कि वे भ्रष्टाचारी दिल्ली सरकार को सत्ता से हटाना चाहते हैं... दिल्ली की जनता टूटी सड़कों, गंदे पानी, भ्रष्टाचार से बहुत परेशान है...जनता दिल्ली का विकास चाहती है..."
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए संकल्प पत्र तैयार करने के लिए बीजेपी का सर्वे खत्म हो गया है. वीरेंद्र सचदेवा के मुताबिक दिल्ली की जनता अब AAP को हटाना चाहती है.
#WATCH | Delhi BJP President Virendraa Sachdeva says, " the slogan ('ab nahi sahenge, badal ke rahenge') is the voice of the people of delhi. when we asked for suggestions from the people for the bjp's sankalp patra, people said that they wanted to remove the corrupt delhi… pic.twitter.com/hkWq8G6yIi
— ANI (@ANI) December 7, 2024
इस पर अरविंद केजरीवाल की भी प्रतिक्रिया आई है...
जिसका डर था, वही हुआ. मैंने पहले ही कहा था कि अगर इनको वोट दे दिया तो दिल्ली की जनता के साथ मिलकर दस साल में आम आदमी पार्टी की सरकार ने जो काम किया है, वो सब काम ये लोग बंद कर देंगे.
- अरविंद केजरीवाल, संयोजक आप
कल से बीजेपी की परिवर्तन यात्रा शुरू: 8 दिसंबर से भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली में परिवर्तन यात्रा शुरू होने जा रही है. बीजेपी 70 विधानसभा सीटों में परिवर्तन यात्रा के जरिए बीजेपी को वोट देने की अपील करेगी. इस यात्रा का नेतृत्व प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा करेंगे और यह यात्रा दिल्ली के सभी विधानसभा क्षेत्रों से गुजरेगी. प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने परिवर्तन यात्रा के संचालन के लिए 9 सदस्यों की एक समिति का गठन किया है. इस समिति के संयोजक दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष सतीश उपाध्याय को बनाया गया है.
#WATCH | Delhi: Posters of 'Ab nahi sahenge, badal ke rahenge' put up outside the Delhi BJP office. pic.twitter.com/aLUlVIe8kb
— ANI (@ANI) December 7, 2024
27 साल से दिल्ली की सत्ता से दूर है बीजेपी: पार्टी की रणनीति में इस यात्रा का महत्व इसलिए है क्योंकि पिछले 27 वर्षों से बीजेपी दिल्ली की सत्ता से दूर है. 1998 में जब सुषमा स्वराज मुख्यमंत्री थीं, तब पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था, इसके बाद से लगातार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का शासन रहा है.
आम आदमी पार्टी की चुनौती: दिल्ली की मौजूदा सत्ताधारी पार्टी, आम आदमी पार्टी, पूर्ण बहुमत से हैट्रिक बनाने में जुटी हुई है. पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में "रेवड़ी पर चर्चा" नामक एक चुनावी अभियान की शुरुआत की है, जो 10 दिसंबर तक चलेगा.
कांग्रेस की न्याय यात्रा: दिल्ली विधानसभा में अपनी पहचान बनाने की कोशिश कर रही कांग्रेस ने भी न्याय यात्रा कर रही है. हालांकि, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने अभी तक इस यात्रा में भाग नहीं लिया है.
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