लखनऊ : एटा संसदीय सीट के चुनाव के दौरान एक मतदान केंद्र पर 17 साल के नाबालिग द्वारा बार-बार वोट करने के मामले में उत्तर प्रदेश निर्वाचन आयोग ने कड़ी कार्रवाई की है. इस मतदान केंद्र के सारे कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. आरोपित नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया गया है. चुनाव आयोग ने इस मतदान केंद्र पर दोबारा चुनाव करने की सिफारिश की है. माना जा रहा है कि राज्य निर्वाचन आयोग ने इस लोकसभा इलेक्शन में पहली बार ऐसा कोई बड़ा एक्शन लिया है.
इस मामले में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड करके चुनाव आयोग को कार्रवाई करने का सुझाव दिया था. आरोपित युवक लगातार सात बार भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को वोट देता हुआ नजर आ रहा था. विपक्षी दल इस संबंध में चुनाव आयोग को निशाने पर ले रहे थे. इसके बाद में चुनाव आयोग ने कड़ी कार्रवाई की है.
उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि सोशल मीडिया में एक नाबालिग द्वारा कई बार मतदान करने का वीडियो प्रसारित हुआ है. घटना के संबंध में कई बिंदुओं पर कार्रवाई की जा चुकी है. उन्होंने बताया कि इस घटना की एफआईआर नायागांव पुलिस स्टेशन, एटा जिले में दर्ज की गई है. दरअसल, यह सारा मामला 13 मई को संपन्न हुए चौथे फेज के मतदान के दौरान का है.
उन्होंने बताया कि वीडियो में कई बार मतदान करते दिखाई देने वाले नाबालिग की पहचान गांव खिरिया पमरान के निवासी राजन सिंह के रूप में हुई है और पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. मतदान दल के सभी सदस्यों को निलंबित करने और अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करने के निर्देश जारी किए गए हैं.
उन्होंने बताया कि संबंधित मतदान केंद्र में पुनर्मतदान की सिफारिश ECI को की गई है. यूपी के शेष चरणों में सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को मतदाताओं की पहचान की प्रक्रिया का कठोरता से पालन करने के लिए सख्त निर्देश जारी किए गए हैं. फर्जी वोटिंग मामले में अलीगंज के सीओ सुधांशु शेखर ने का कहना है कि इस मामले में नाबालिग से पूछताछ की जा रही है. विधिक कार्रवाई की जाएगी.