लखनऊ/प्रयागराज/कानपुर : आज उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो चुका है. बूथों पर वोटर धीरे-धीरे पहुंचने लगे हैं. हालांकि अभी ज्यादा भीड़ नहीं है. बूथों पर वोटिंग शाम 5 बजे तक चलेगी. इसके लिए मंगलवार की शाम को ही पोलिंग पार्टियां रवाना कर दी गईं थीं. चुनाव आयोग की ओर से जारी बयान के मुताबिक, सभी 9 सीटों पर 3718 बूथ स्थल बनाए गए हैं, जबकि 3435974 मतदाता मतदान करेंगे. इसमें थर्ड जेंडर के 161 मतदाता हैं. 9 सीटों पर प्रत्याशियों की कुल संख्या 90 है.
चुनाव आयोग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर सुबह 7 से शाम 5 बजे तक मतदान होगा. यह उपचुनाव मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, गाजियाबाद, अलीगढ़, मैनपुरी, कानपुर नगर, प्रयागराज, अम्बेडकर नगर और मिर्जापुर जिलों की 18-मीरापुर, 29-कुन्दरकी, 56-गाजियाबाद, 71-खैर (अजा), 110-करहल, 213-सीसामऊ, 256-फूलपुर, 277-कटेहरी और 397-मझवां विधानसभा सीटों पर हो रहा है.
सुविधाएं और खास इंतजाम |
- 74 आदर्श मतदान केंद्र |
- 10 महिला प्रबंधित मतदान केंद्र |
- 7 युवा कर्मी मतदान केंद्र |
- 6 दिव्यांग प्रबंधित मतदान केंद्र |
चुनाव में आंकड़े और तैयारियां : चुनाव आयोग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, 9 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 90 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, जिनमें 11 महिलाएं शामिल हैं. सबसे अधिक 14 उम्मीदवार गाजियाबाद सीट से हैं, जबकि सबसे कम 5-5 उम्मीदवार खैर (अजा) और सीसामऊ सीटों से मैदान में हैं. प्रदेश में कुल 3718 मतदान स्थल और 1917 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इनमें से 1237 मतदान स्थल क्रिटिकल श्रेणी में रखे गए हैं. निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. चुनाव प्रक्रिया में 843 भारी वाहन, 762 हल्के वाहन और 16,318 चुनाव कर्मियों को लगाया गया है. मतदान के लिए 5151 ईवीएम कंट्रोल यूनिट, 5171 बैलट यूनिट और 5524 वीवीपैट तैयार की गई है.
मतदान का पर्यवेक्षण : चुनाव आयोग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, 9 सामान्य पर्यवेक्षक, 5 पुलिस पर्यवेक्षक और 9 व्यय पर्यवेक्षक तैनात किए हैं. साथ ही 350 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 56 जोनल मजिस्ट्रेट, 60 स्टैटिक मजिस्ट्रेट और 745 माइक्रो ऑब्जर्वर भी निगरानी करेंगे. 1994 मतदान स्थलों पर लाइव वेबकास्टिंग की जाएगी, जबकि 434 मतदान स्थलों पर वीडियोग्राफी की व्यवस्था होगी.
पहचान पत्रों की मान्यता : चुनाव आयोग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, मतदान के लिए फोटो पहचान पत्र के अलावा 12 अन्य दस्तावेज भी मान्य होंगे, जैसे आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, पासपोर्ट, पेंशन दस्तावेज और यूडीआईडी कार्ड. मतदान के दौरान किसी भी समस्या के लिए 18001801950 पर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है. मतदान प्रतिशत की जानकारी हर दो घंटे में मीडिया और 'वोटर टर्नआउट' ऐप पर साझा की जाएगी.
आचार संहिता उल्लंघन पर कार्रवाई : चुनाव आयोग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, 16 अक्टूबर से 18 नवंबर तक 6.73 करोड़ रुपये मूल्य की शराब, नकदी और ड्रग्स जब्त की गई. चुनाव आयोग ने निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए अर्धसैनिक बलों की तैनाती सुनिश्चित की है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी के 9 विधायक सांसद निर्वाचित हो गए थे. इसके बाद इन्होंने अपनी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. इसके चलते ये सीटें खाली हो गईं. जबकि, कानपुर की सीसामऊ सीट से सपा के विधायक रहे इरफान सोलंकी को गैंगस्टर मामले में सजा हो गई है. इसके चलते यह सीट खाली हो गई. अब इन्हीं 9 सीट पर उपचुनाव होना है. अयोध्या के मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने थे, लेकिन कोर्ट में मामला होने के कारण इलेक्शन कमीशन ने मिल्कीपुर में उप चुनाव की घोषणा नहीं की है.
फूलपुर विधानसभा सीट से सपा प्रत्याशी ने लगाए गंभीर आरोप : फूलपुर विधानसभा सीट से सपा प्रत्याशी मुज्तबा सिद्दीकी, सपा एमएलसी मानसिंह यादव पार्टी के अन्य पदाधिकारियों ने प्रेस कांफ्रेंस कर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया कि शासन और प्रशासन के दम पर बीजेपी चुनाव जीतना चाहती है. सोमवार शाम को 5 बजे चुनाव प्रचार खत्म हो चुका है, लेकिन इसके बाद भी प्रदेश सरकार के दो कैबिनेट मंत्री अपनी गाड़ियों के काफिले के साथ फूलपुर विधानसभा क्षेत्र में ही घूमकर चुनाव को प्रभावित करने में लगे हुए हैं. सपा नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस की ओर से भी उनकी पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ताओं, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत सदस्य तक को लाल कार्ड दिया जा रहा है. इसके साथ ही उन पर कार्रवाई का डर दिखाकर क्षेत्र से बाहर जाने का दबाव बनाया जा रहा है. सपा नेताओं ने कहा है कि इस मामले की शिकायत उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी से भी की है. इसके साथ ही राज्य निर्वाचन आयोग और भारत निर्वाचन आयोग से भी इसकी शिकायत की गई है.
कानपुर में सपा विधायक ने पुलिस और प्रशासनिक अफसरों पर लगाया आरोप : शहर के सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में 20 नवंबर को उपचुनाव के लिए जहां लगभग दो लाख से अधिक मतदाता मतदान करेंगे, वहीं मतदान के ठीक एक दिन पहले अब सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने कानपुर के पुलिस और प्रशासनिक अफसरों पर एक बड़ा आरोप लगाया है. सपा विधायक ने बाकायदा अपना एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जारी किया है और उस वीडियो के माध्यम से कहा है कि शहर के चुन्नीगंज स्थित जीआईसी व जीजीआईसी ग्राउंड में कुल 26 बूथ पोलिंग के लिए बने हैं और करीब 27 हजार मतदाता अपने मतों का अधिकार करेंगे. लेकिन, मंगलवार को यहां पुलिस ने आस पास रहने वाले लोगों के लिए बने सामान्य रास्ते को बंद करा दिया है.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल : सपा विधायक ने उस रास्ते का भी वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल किया है. शहर की आर्यनगर सीट से सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने कहा कि इस पूरे मामले की जानकारी चुनाव आयोग के अफसरों को साक्ष्यों के साथ दी गई है. सपा विधायक ने साक्ष्यों के साथ चुनाव आयोग को जीआईसी व जीजीआईसी चुन्नीगंज में सामान्य रास्ते को गलत ढंग से बंद किए जाने के मामले की जानकारी देकर दोषी व जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा है.