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नेम प्लेट को लेकर राजनीति! हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल के मंत्री रहे माननीयों के सरकारी आवास पर अब तक लगी है पट्टी - नेम प्लेट को लेकर राजनीति

Politics over name plate in Jharkhand. झारखंड में नेम प्लेट को लेकर राजनीति तेज हो गयी है. हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल के मंत्री आवास के बाहर लगे नाम अब तक हटाए नहीं गये हैं. इसके लेकर विपक्ष वर्तमान सरकार पर हमलावर है.

Politics on name plate outside ministers residence in Jharkhand
झारखंड में नेम प्लेट को लेकर राजनीति
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Feb 10, 2024, 7:59 PM IST

झारखंड में नेम प्लेट को लेकर राजनीति तेज

रांचीः झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार का पटाक्षेप हुए 10 दिन हो चुके हैं. ईडी की कार्रवाई के बाद हुई सियासी हलचल के बीच हेमंत सोरेन ने 31 जनवरी को देर रात मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री रहे माननीय भले ही संवैधानिक व्यवस्था के तहत पूर्व मंत्री के रुप में हो चुके हैं, मगर आज भी उनके सरकारी आवास पर मंत्री पद का नेम प्लेट लगा हुआ है. लेकिन इसको लेकर विपक्ष ने निशाना साधना शुरू कर दिया है.1

इसके इतर इन पूर्व मंत्रियों को शायद यह उम्मीद है कि चंपई सरकार में उन्हें फिर से जगह मिल जाएगी और वे पूर्व की तरह कार्य करते रहेंगे. लेकिन ये माननीय विपक्ष की नजर से नहीं बच सके हैं और बीजेपी ने इस पर सवाल खड़ा करना शुरू कर दिया है. भाजपा ने कहा है कि संविधान की धज्जियां उड़ाना इनकी आदत सी हो गई है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अनिमेष कुमार सिंह कहते हैं कि राजभवन पर अमर्यादित टिप्पणी और नेम प्लेट लगाकर अभी भी रहना वाकई में संवैधानिक मूल्यों को क्षति पहुंचाने जैसा है.

वहीं सत्तारूढ़ कांग्रेस ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा है कि विपक्ष के पास अब कोई मुद्दा नहीं है तो नेम प्लेट पॉलिटिक्स पर उतर आई है. कांग्रेस प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दे इनके लिए गौण हैं और नेम प्लेट सबसे प्रमुख हो गए हैं. अभी कुछ ही दिन हुए हैं नई सरकार के बनने के तकनीकी कारणों से बदलने में देरी हो रही होगी जल्द ही इसे देख लिया जाएगा.

हेमंत मंत्रिमंडल के कुछ मंत्रियों के हटे नेम प्लेट तो कुछ के हैं मौजूदः

हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में मंत्री रहे कुछ मंत्रियों के सरकारी आवास से नेम प्लेट बदल दिए गए हैं. स्वास्थ्य मंत्री रहे बन्ना गुप्ता का डोरंडा स्थित सरकारी आवास के बाहर स्वास्थ्य मंत्री का नेम प्लेट हटा हुआ है. इसी तरह उत्पाद मंत्री बेबी देवी के आवास पर नेम प्लेट नहीं दिखा. मगर पेयजल मंत्री रहे मिथिलेश ठाकुर के सरकारी आवास, हफीजुल हसन अंसारी के सरकारी आवास के अलावा हेमंत कैबिनेट में वित्त मंत्री रहे रामेश्वर उरांव का नेम प्लेट पूर्ववत रुप से सरकारी आवास पर लगे हुए हैं.

बता दें कि हेमंत सोरेन के इस्तीफा देने के बाद राज्य में चंपई सोरेन के नेतृत्व में नई सरकार बनी है. दो मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने 2 फरवरी को राजभवन में शपथ ग्रहण की है. जिसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी की जा रही है. ऐसे में इन माननीयों को उम्मीद है कि आगामी 16 फरवरी को संभावित मंत्रिमंडल विस्तार में एक बार फिर जगह मिल जाए.

इसे भी पढ़ें- चंपई मंत्रिमंडल में कौन बनायेगा जगह: कांग्रेस में एक अनार सौ बीमार की स्थिति तो जेएमएम में उलझन बरकरार

इसे भी पढ़े- किन दो विधायकों ने राजभवन में किया था फोन, राज्यपाल ने भूमिका की जांच का क्यों दिया प्रस्ताव, सत्ताधारी दलों का क्या है स्टैंड

इसे भी पढ़ें- ट्रांसफर-पोस्टिंग स्कैंडल में भी घिर सकते हैं हेमंत सोरेन, विनोद सिंह ने चैटिंग के कबूलनामे पर किए दस्तखत

झारखंड में नेम प्लेट को लेकर राजनीति तेज

रांचीः झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार का पटाक्षेप हुए 10 दिन हो चुके हैं. ईडी की कार्रवाई के बाद हुई सियासी हलचल के बीच हेमंत सोरेन ने 31 जनवरी को देर रात मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री रहे माननीय भले ही संवैधानिक व्यवस्था के तहत पूर्व मंत्री के रुप में हो चुके हैं, मगर आज भी उनके सरकारी आवास पर मंत्री पद का नेम प्लेट लगा हुआ है. लेकिन इसको लेकर विपक्ष ने निशाना साधना शुरू कर दिया है.1

इसके इतर इन पूर्व मंत्रियों को शायद यह उम्मीद है कि चंपई सरकार में उन्हें फिर से जगह मिल जाएगी और वे पूर्व की तरह कार्य करते रहेंगे. लेकिन ये माननीय विपक्ष की नजर से नहीं बच सके हैं और बीजेपी ने इस पर सवाल खड़ा करना शुरू कर दिया है. भाजपा ने कहा है कि संविधान की धज्जियां उड़ाना इनकी आदत सी हो गई है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अनिमेष कुमार सिंह कहते हैं कि राजभवन पर अमर्यादित टिप्पणी और नेम प्लेट लगाकर अभी भी रहना वाकई में संवैधानिक मूल्यों को क्षति पहुंचाने जैसा है.

वहीं सत्तारूढ़ कांग्रेस ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा है कि विपक्ष के पास अब कोई मुद्दा नहीं है तो नेम प्लेट पॉलिटिक्स पर उतर आई है. कांग्रेस प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दे इनके लिए गौण हैं और नेम प्लेट सबसे प्रमुख हो गए हैं. अभी कुछ ही दिन हुए हैं नई सरकार के बनने के तकनीकी कारणों से बदलने में देरी हो रही होगी जल्द ही इसे देख लिया जाएगा.

हेमंत मंत्रिमंडल के कुछ मंत्रियों के हटे नेम प्लेट तो कुछ के हैं मौजूदः

हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में मंत्री रहे कुछ मंत्रियों के सरकारी आवास से नेम प्लेट बदल दिए गए हैं. स्वास्थ्य मंत्री रहे बन्ना गुप्ता का डोरंडा स्थित सरकारी आवास के बाहर स्वास्थ्य मंत्री का नेम प्लेट हटा हुआ है. इसी तरह उत्पाद मंत्री बेबी देवी के आवास पर नेम प्लेट नहीं दिखा. मगर पेयजल मंत्री रहे मिथिलेश ठाकुर के सरकारी आवास, हफीजुल हसन अंसारी के सरकारी आवास के अलावा हेमंत कैबिनेट में वित्त मंत्री रहे रामेश्वर उरांव का नेम प्लेट पूर्ववत रुप से सरकारी आवास पर लगे हुए हैं.

बता दें कि हेमंत सोरेन के इस्तीफा देने के बाद राज्य में चंपई सोरेन के नेतृत्व में नई सरकार बनी है. दो मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने 2 फरवरी को राजभवन में शपथ ग्रहण की है. जिसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी की जा रही है. ऐसे में इन माननीयों को उम्मीद है कि आगामी 16 फरवरी को संभावित मंत्रिमंडल विस्तार में एक बार फिर जगह मिल जाए.

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