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हरियाणा में कचरे पर सियासत: खट्टर के बयान पर बोलीं सैलजा, -यहां धराशाही हो गई है "कचरा प्रबंधन योजना" - POLITICS ON HARYANA GARBAGE

हरियाणा में कचरे पर सियासत शुरू हो चुकी है. खट्टर के बयान पर सैलजा ने कहा है कि यहां "कचरा प्रबंधन" धाराशाही हो चुकी है.

Politics on Haryana garbage
हरियाणा में कचरे पर सियासत (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Jan 6, 2025, 10:10 AM IST

हिसार: हरियाणा में कांग्रेस और बीजेपी हर मुद्दे को लेकर एक दूसरे को घेर रही है. इस बीच प्रदेश में कचरे पर सियासत शुरू हो गई है. केंद्रीय ऊर्जा मंत्री एवं पूर्व सीएम मनोहर लाल ने रविवार को कहा था कि हरियाणा में कचरे से बिजली बनाई जाएगी. इस कार्य की शुरूआत गुरुग्राम-फरीदाबाद से की जाएगी, वहां पर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाए जाएंगे. इसे लेकर सिरसा सांसद कुमारी सैलजा ने हरियाणा सरकार को कचरा प्रबंधन को लेकर घेरा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कचरा प्रबंधन धाराशायी हो चुकी है. सैलजा के बयान पर बीजेपी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

कचरा प्रबंधन हुआ धाराशाई: सिरसा सांसद कुमारी सैलजा ने कहा, "प्रदेश में कचरा प्रबंधन योजना पूरी तरह से धराशायी हो चुकी है. पहले से स्थापित कचरा प्रबंधन प्लांट बंदी के कगार पर है. वहां पर कूड़े के पहाड़ बने हुए हैं. न तो वहां पर खाद का निर्माण हो पाया है और ना ही कचरे से बिजली का उत्पादन हो पाया है. अब भाजपा सरकार फिर से कचरे से बिजली पैदा करने की घोषणा कर जनता के जख्मों पर नमक छिड़क रही है. भाजपा सरकार चाहे प्रदेश की हो या केंद्र की, इसे झूठी घोषणाएं कर जनता को गुमराह करना अच्छे से आता है. सबसे पहले सरकार को कचरा प्रबंधन की दिशा में ठोस और कारगर कदम उठाना चाहिए."

गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी कचरे से बुरा हाल है. वहां के जनप्रतिनिधि तक खुद इस अव्यवस्था को लेकर आवाज उठा चुके हैं. उन्होंने कहा कि सरकार को वो ही घोषणाएं करनी चाहिए, जिन्हें वे पूरा कर सके. जनता को गुमराह करने के लिए कोई घोषणा नहीं बनाई जानी चाहिए. -कुमारी सैलजा, सांसद, सिरसा

पक्षी भी होते हैं कचरे से आकर्षित: आगे कुमारी सैलजा ने कहा कि बिजली पैदा करना अच्छी बात है. पर पहले से स्थापित कचरा प्रबंधन प्लांट की ओर भी ध्यान देना चाहिए, जहां पर प्लांट न चलने से कचरे के पहाड़ जैसे ढेर लगे हुए हैं. गांव बकरियांवाली के ग्रामीण कई बार धरना प्रदर्शन और अनशन कर चुके हैं. क्योंकि कचरे का निस्तारण न होने से बदबू फैल रही है. लोग विभिन्न प्रकार के रोगों की चपेट में आ रहे हैं. आसपास के खेतों में फसलें तक नहीं हो रही है. कचरे से पक्षी आकर्षित होते हैं. ऐसे में उड़ान के दौरान हादसे का खतरा रहता है. इसी को लेकर कचरा प्रबंधन प्लांट स्थापित किए गए थे. ऐसे में इन स्थानों पर कचरे का निस्तारण बेहद जरूरी है.

ये भी पढ़ें:हरियाणा सरकार का बड़ा ऐलान, गरीब परिवारों के बिजली बिल होंगे माफ, यहां जानें योजना के नियम और शर्तें

हिसार: हरियाणा में कांग्रेस और बीजेपी हर मुद्दे को लेकर एक दूसरे को घेर रही है. इस बीच प्रदेश में कचरे पर सियासत शुरू हो गई है. केंद्रीय ऊर्जा मंत्री एवं पूर्व सीएम मनोहर लाल ने रविवार को कहा था कि हरियाणा में कचरे से बिजली बनाई जाएगी. इस कार्य की शुरूआत गुरुग्राम-फरीदाबाद से की जाएगी, वहां पर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाए जाएंगे. इसे लेकर सिरसा सांसद कुमारी सैलजा ने हरियाणा सरकार को कचरा प्रबंधन को लेकर घेरा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कचरा प्रबंधन धाराशायी हो चुकी है. सैलजा के बयान पर बीजेपी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

कचरा प्रबंधन हुआ धाराशाई: सिरसा सांसद कुमारी सैलजा ने कहा, "प्रदेश में कचरा प्रबंधन योजना पूरी तरह से धराशायी हो चुकी है. पहले से स्थापित कचरा प्रबंधन प्लांट बंदी के कगार पर है. वहां पर कूड़े के पहाड़ बने हुए हैं. न तो वहां पर खाद का निर्माण हो पाया है और ना ही कचरे से बिजली का उत्पादन हो पाया है. अब भाजपा सरकार फिर से कचरे से बिजली पैदा करने की घोषणा कर जनता के जख्मों पर नमक छिड़क रही है. भाजपा सरकार चाहे प्रदेश की हो या केंद्र की, इसे झूठी घोषणाएं कर जनता को गुमराह करना अच्छे से आता है. सबसे पहले सरकार को कचरा प्रबंधन की दिशा में ठोस और कारगर कदम उठाना चाहिए."

गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी कचरे से बुरा हाल है. वहां के जनप्रतिनिधि तक खुद इस अव्यवस्था को लेकर आवाज उठा चुके हैं. उन्होंने कहा कि सरकार को वो ही घोषणाएं करनी चाहिए, जिन्हें वे पूरा कर सके. जनता को गुमराह करने के लिए कोई घोषणा नहीं बनाई जानी चाहिए. -कुमारी सैलजा, सांसद, सिरसा

पक्षी भी होते हैं कचरे से आकर्षित: आगे कुमारी सैलजा ने कहा कि बिजली पैदा करना अच्छी बात है. पर पहले से स्थापित कचरा प्रबंधन प्लांट की ओर भी ध्यान देना चाहिए, जहां पर प्लांट न चलने से कचरे के पहाड़ जैसे ढेर लगे हुए हैं. गांव बकरियांवाली के ग्रामीण कई बार धरना प्रदर्शन और अनशन कर चुके हैं. क्योंकि कचरे का निस्तारण न होने से बदबू फैल रही है. लोग विभिन्न प्रकार के रोगों की चपेट में आ रहे हैं. आसपास के खेतों में फसलें तक नहीं हो रही है. कचरे से पक्षी आकर्षित होते हैं. ऐसे में उड़ान के दौरान हादसे का खतरा रहता है. इसी को लेकर कचरा प्रबंधन प्लांट स्थापित किए गए थे. ऐसे में इन स्थानों पर कचरे का निस्तारण बेहद जरूरी है.

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