जयपुर: प्रदेश में हो रहे उपचुनाव में गाय के नाम पर सियासत गरमा गई है. राज्य सरकार ने गाय को आवारा नहीं बेसहारा नाम दिया तो कांग्रेस नेताओं ने सरकार को कठघरे में खड़े करने का प्रयास किया. कांग्रेस ने आरोप लगाए तो पलटवार में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ उतर आए. मंगलवार को भाजपा कार्यालय पर मीडिया से बात करते हुए मदन राठौड़ ने तो कांग्रेस को गौ हत्यारों की पार्टी ही करार दे दिया. राठौड़ ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने केवल हिंदुओं की भावनाओं को खरीदने का काम किया. कांग्रेस को अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए. गाय के नाम पर राजनीति कांग्रेस ने हमेशा की है.
हम राजनीति नहीं करते : राज्य की भजनलाल सरकार ने सोमवार को गोवंश पर आवारा शब्द का टैग हटाने का आदेश जारी किया. इसके बाद नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने गौ तस्कर की सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के मुद्दे पर सरकार पर जोरदार हमला बोला. इससे पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा कह चुके हैं कि वोटों के लिए गाय का नाम जपती है. उधर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि गाय की सुरक्षा और संरक्षण के लिए हम शुरू से प्रयास करते आ रहे हैं. इसमें राजनीति करने की जरूरत नहीं है. हम करते भी नहीं हैं. विरोधियों को भी प्रेरणा मिले, वो भी सेवा करने लगें तो अच्छा है. गौ हत्यारों को क्यों प्रचारित कर रहे हैं.
राठौड़ ने कहा कि गौशालाओं का विस्तार करना, उन्हें अनुदान देना हमारी भैरोंसिंह सरकार ने किया, फिर वसुंधरा राजे और अब भजनलाल सरकार कर रही है. हम राजनीति नहीं करते हैं. गाय का संरक्षण का काम करते हैं. कांग्रेस के आरोपों को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस का पहले चुनाव निशान था- दो बैलों की जोड़ी. कांग्रेस ने अपना चुनाव बदलकर गाय-बछड़ा किया. हिंदुओं की भावनाओं को खरीदने और आकर्षित करने का काम किया. उसके बाद गौ हत्यारों के साथ जुड़ने लगे तो गाय-बछड़ा चुनाव छोडकर पंजा लेकर आ गए.
गाय पर राजनीति हम कर रहे हैं या कांग्रेस कर रही है. गाय का लाभ उन्होंने लिया. राजनीतिक रोटियां सेंकने का काम वो कर रहे हैं, उनका ये काम निंदनीय है. गाय को राष्ट्रीय पशु माना है, पूरा मान और महत्व है. प्रयास कर रहे हैं गोहत्या पूर्णत: बंद होनी चाहिए. राठौड़ ने कहा कि गाय को हम आवारा नहीं कहते हैं. गाय सम्मानित पशु है. हम उसकी पूजा करते हैं, वे आवारा नहीं हैं. बेसहारा हो जाते हैं आवारा नहीं है. उसका संरक्षण करना हमारा कर्तव्य है. गौशालाओं को विकसित कर रहे हैं, मंत्रालय भी काम कर रहा है. जनता को समझाने की कोशिश कर रहे हैं. गाय की सेवा करना पूजनीय काम है. उससे कहीं ज्यादा लाभकारी काम है. गोमूत्र अर्क कीमती है. गोमूत्र से बनने वाले उत्पाद लाभकारी हैं.