देहरादून: उत्तराखंड में एक बार फिर मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं जोरों से चल रही हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कई दिनों से दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं. बीजेपी राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भाजपा संगठन और प्रदेश के आठों सांसदों के साथ बैठक की. उसके बाद चर्चाएं थी कि मंत्रि मंडल विस्तार और दायित्व को लेकर चर्चा हुई है. इन चर्चाओं को अब बीजेपी के प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ने बल दिया है. आदित्य कोठारी ने कहा मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बातचीत चल रही है. हाईकमान और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस पर निर्णय लेने वाले हैं.
उत्तराखंड में धामी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर लंबे समय से चर्चाएं जा रही हैं. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भी मंत्रिमंडल की खाली सीटों को भरने को लेकर चर्चाएं थी, मगर चुनाव को देखते हुए मंत्रिमंडल विस्तार को टाल दिया गया. लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं फिर से जोर पकड़ने लग गई हैं. कुछ लोगों का मानना है कि उत्तराखंड में भाजपा ने मंत्रिमंडल की कुछ सीटें खाली रखने का ट्रेंड शुरू किया है. त्रिवेंद्र सरकार में भी मंत्रिमंडल की दो सीटें खाली रखी गई थी. वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दूसरे कार्यकाल में पहले तीन कैबिनेट की कुर्सियां खाली रखी गई थी. चंदन रामदास के निधन के बाद एक और सीट खाली हो गई.
अब धामी कैबिनेट को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का भी बयान सामने आया है. हरीश रावत का कहना है कि कांग्रेस ने हमेशा प्रदेश में फुल फ्लैश कैबिनेट के साथ काम किया है. उन्होंने कहा बीजेपी और मुख्यमंत्री धामी ने विधायकों के रोष को थामने के लिए कैबिनेट की कुर्सियां खाली रख रहे हैं. उन्होंने कहा बीजेपी विधायकों के लिए कैबिनेट की खाली कुर्सियां खट्टे अंगूर की तरह हैं.
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