रांची: झारखंड में मंईयां सम्मान योजना काफी सुर्खियों में है. महिलाओं को सम्मान राशि 2500 रुपए हर महीने देने की तैयारी सरकार ने कर रखी है. संभावना है कि इसी महीने से इसे शुरू किया जायेगा. मगर वृद्धावस्था और विधवा को मिलने वाली पेंशन राशि पर ग्रहण लगा हुआ है. हालत यह है कि किसी किसी जिले में अक्टूबर माह से ही सर्वजन पेंशन के तहत राशि नहीं मिल पाई है. दिसंबर माह की राशि भी अभी तक बुजुर्गों को नसीब नहीं हुई है.
सर्वजन पेंशन मद की राशि में हो रही देरी के पीछे केंद्र सरकार से मिलने वाली राशि में हो रही देरी और चुनाव को मुख्य वजह बताया जा रहा है. इसके अलावे राज्य सरकार पर मंईयां योजना जैसी योजना पर आकस्मिक वित्तीय भार को माना जा रहा है. ऐसे में सरकार इन बुजुर्गों और विधवाओं को पेंशन राशि जल्द से जल्द उपलब्ध कराने में जुटी हुई है.
राज्य में सर्जन पेंशन योजना के तहत 18 नवंबर 2021 से लाभुकों को प्रतिमाह 1000 रुपए सरकार द्वारा दिए जाते हैं. आंकड़ों के मुताबिक राज्य में करीब 28 लाख इस योजना के तहत लाभुक हैं जो 50 वर्ष से अधिक उम्र के होने पर इस योजना का लाभ उठा रहे हैं. इधर सर्वजन पेंशन मद की राशि मिलने में हो रही देरी पर सियासत शुरू हो गई है. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अविनेष कुमार सिंह ने सरकार पर युवाओं के बाद वरिष्ठ नागरिकों को भी छलने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सरकार हर वर्ग के लोगों का भरोसा तोड़ने का काम कर रही है.
इधर बीजेपी के आरोप को खारिज करते हुए सत्तारूढ़ जेएमएम ने कहा कि हमारी सरकार जुमलेबाजी में विश्वास नहीं करती, बल्कि हकीकत में विश्वास करती है. जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडे कहते हैं कि विभागीय प्रक्रिया की वजह से कुछ देरी जरूर हुई है, जल्द ही भुगतान कर दिया जायेगा. इससे पहले भी लंबित राशि का भुगतान किया गया है. ऐसे में हेमंत सरकार ने जो जनता से कमिटमेंट किया है, वह हर हाल में पूरा होगा. चाहे वो मंईया सम्मान योजना हो या सर्वजन पेंशन के तहत लाभुकों की राशि.
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