दुर्ग: छत्तीसगढ़ में ईवीएम और बैलेट पेपर पर सियासी संग्राम छिड़ा हुआ है. राजनांदगांव लोकसभा सीट के कांग्रेस उम्मीदवार भूपेश बघेल शनिवार को दुर्ग के दौरे पर थे.इस दौरान उन्होंने एक बार फिर से बैलेट और ईवीएम का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि मेरे ईवीएम पर सवाल करने के बाद बीजेपी को जोर की मिर्ची क्यों लग रही है. दुर्ग में भूपेश बघेल कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे थे.
ईवीएम पर बीजेपी को मिर्ची क्यों लगी: भूपेश बघेल ने दावा किया कि किसी सीट पर अगर नोटा सहित 384 से ज्यादा प्रत्याशी होंगे तो वहां पर नियम है कि बैलेट पेपर से चुनाव होगा. ऐसी सूरत में ईवीएम से चुनाव नहीं कराया जा सकता ऐसी बातें निर्वाचन आयोग की वेबासाइट में लिखा गया है. यह 303 नंबर के प्रश्न के जवाब में भी इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर कहा गया है.
"यदि किसी लोकसभा सीट पर 384 प्रत्याशी चुनाव में खड़े होंगे तो निर्वाचन आयोग को बैलेट पेपर से ही चुनाव करवाना पड़ेगा. इसी बात को लेकर बीजेपी को बहुत जोर से मिर्ची लगी और उन्होंने मेरे खिलाफ शिकायत कर दी. फिर इस मामले में जांच हुई. इससे मालूम होता है कि ये लोग EVM के सहारे किस तरह से चुनाव लड़ रहे हैं. सच में किसी सीट पर 384 प्रत्याशी यदि चुनाव मैदान में होंगे तो इनकी हार सुनिश्चित है": भूपेश बघेल, राजनांदगांव लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार
"इस बार बीजेपी जीती तो चुनाव भूल जाइए": भूपेश बघेल ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि "इस बार का चुनाव बेहद खास है. यह चुनाव कांग्रेस के लिए आखिरी चुनाव है. यदि तीसरी बार बीजेपी जीती तो समझ लोग लोकतंत्र नहीं बचेगा. आप 2029 का लोकसभा चुनाव भूल जाइए"
दुर्ग में 9 विधानसभा क्षेत्रों से जुटे थे कांग्रेसी: दुर्ग में 9 विधानसभा क्षेत्रों से कांग्रेसी जुटे थे. भूपेश बघेल ने दुर्ग से कांग्रेस के उम्मीदवार राजेंद्र साहू को जीत दिलाने की अपील की. इस दौरान भूपेश बघेल के साथ बिलासपुर लोकसभा सीट के कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र सिंह यादव भी मौजूद थे. भूपेश बघेल के इन आरोपों पर अब देखना होगा कि बीजेपी क्या कहती है.