रांची: पंच प्रण के जरिए बीजेपी जनता से विधानसभा चुनाव में वादा कर चुनावी समर में उतरने जा रही है. इस पंच प्रण में बांग्लादेशी घुसपैठ रोकने, गोगो दीदी योजना सहित पांच प्रमुख मुद्दे को जनता के बीच लाएगी.
5 अक्टूबर को शनिवार शाम 5 बजे पार्टी के पांच प्रमुख नेताओं के द्वारा संकल्प पत्र जारी किया जाएगा. इस कार्यक्रम में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की मौजूदगी में केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के विधानसभा चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान, असम के सीएम और विधानसभा चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा, प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी और नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी के द्वारा जारी किये जाने के आसार हैं.
बीजेपी के इस पंच प्रण को लेकर सियासत तेज हो गई है. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने बीजेपी के पंच प्रण को पंच प्रपंच बताते हुए जनता से झूठा वादा करने का आरोप लगाया है. झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडे ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा है कि इससे पहले जो जनता से वादा किया गया था उसे पूरा करने में बीजेपाी विफल रही है. ऐसे में एक बार फिर झूठ और प्रपंच का सहारा लेकर जनता को बरगलाने की कोशिश की जा रही है. लेकिन झारखंड की जनता बीजेपी के इस प्रपंच को जान रही है.
'भाजपा लोक कल्याण को ध्यान में रखकर काम करती है'
झारखंड मुक्ति मोर्चा द्वारा संकल्प पत्र के पंच प्रण की आलोचना किए जाने पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. बीजेपी प्रवक्ता अविनेष कुमार सिंह ने झामुमो पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा लोक कल्याण को ध्यान में रखकर हर चीज को अपने संकल्प पत्र में समाहित कर रही है और पंच प्रण उसी का हिस्सा है. उन्होंने झामुमो के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि जेएमएम, कांग्रेस और राजद क्या सोचती है, उससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है. क्योंकि उनकी सोच सीमित दायरे में हैं. भारतीय जनता पार्टी लोक कल्याण और लोक मंगल को ध्यान में रखकर संकल्प पत्र बनाने में जुटी है. जिसके लिए आम लोगों के सुझाव को आधार बनाया गया है. निश्चित रूप से यह पंच प्रण मंगलकारी होगा.