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आज से शुरू हो रही तेजस्वी की जन विश्वास यात्रा, बोले बीजेपी नेता- 'बेरोजगार की कौन सुनेगा'

Jan Vishwas Yatra: बिहार में आज से तेजस्वी यादव की जन विश्वास यात्रा शुरू होगी. जिसे लेकर बिहार में बयानबाजी भी खूब हो रही है. हालांकि महागठबंधन के तमाम नेता तेजस्वी यादव की यात्रा में मजबूती के साथ एकजुटता दिखाने की बात कर रहे हैं.

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Feb 20, 2024, 9:32 AM IST

Updated : Feb 20, 2024, 10:24 AM IST

तेजस्वी यादव की जन विश्वास यात्रा

पटनाः नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सत्ता से बाहर आने के बाद आज यानी 20 फरवरी से 1 मार्च तक जन विश्वास यात्रा पर निकल रहे हैं. इस दौरान वो 33 जिलों में कार्यक्रम करेंगे, इसके लिए पार्टी ने पूरी ताकत लगा दी है. आज उनकी यात्रा मुजफ्फरपुर से शुरू होगी, लेकिन तेजस्वी यादव की यात्रा को लेकर बिहार में सियासत भी शुरू है.

आज से शुरू है तेजस्वी की यात्राः दरअसल नीतीश कुमार के एनडीए में आने और सरकार बनाने के बाद तेजस्वी यादव नेता विरोधी दल हो गए हैं. अब 17 महीने नीतीश कुमार के साथ सरकार में रह कर किए गाए कामों को अपनी उपलब्धि बता रहे हैं और उन उपलब्धियां को लेकर वो जनता के बीच जा रहे हैं. पूरे बिहार का भ्रमण करेंगे, लोगों से मिलेंगे और नौकरी, रोजगार सहित अन्य कामों की चर्चा करेंगे.

बीजेपी नेता ने साधा निशानाः तेजस्वी यादव की यात्रा पर बीजेपी के विधायक नीरज बबलू का कहना है कि जनता को भी पता चल गया है तेजस्वी यादव बेरोजगार हो गए हैं और बेरोजगार आदमी की बात कोई नहीं सुनता है. वहीं पूर्व मंत्री मदन सहनी का कहना है कि अच्छी बात है. यात्रा करें जो भी राजनीति में है अपना कार्यक्रम चलाते हैं, लेकिन कोई लाभ होने वाला नहीं है.

"बिहार की जनता भी जान चुकी है कि तेजस्वी यादव बेरोजगार हो गए हैं और इसलिए बेरोजगार की बात कौन सुनेगा"- नीरज बबलू, विधायक,बीजेपी

'यात्रा से सत्ता पक्ष के लोग परेशान': वहीं, सीपीआईएम के विधायक सत्येंद्र यादव का कहना है कि नीतीश कुमार में हिम्मत है तो बिहार में 10 सभा करके दिखला दें. मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा. तेजस्वी यादव ने बिहार में नौकरी रोजगार और अन्य कामों के मामले में लैंड मार्क स्थापित किया है. हम लोग उनके साथ हैं. सीपीआईएम विधायक का साफ कहना है कि तेजस्वी यादव की यात्रा से सत्ता पक्ष के लोग परेशान हैं.

2019 लोकसभा चुनाव में मिली थी हारः बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव में बिहार में 40 सीटों में से 39 सीट पर एनडीए ने जीत हासिल की थी. एक सीट महागठबंधन खेमे में शामिल कांग्रेस को मिली थी, लेकिन राजद का खाता तक नहीं खुला और इसीलिए इस बार तेजस्वी ने लोकसभा चुनाव की घोषणा होने से पहले ही पूरी ताकत लगानी शुरू कर दी है, उनकी इस यात्रा पर बिहार में सियासत भी शुरू है.

ये भी पढे़ंः तेजस्वी की जन विश्वास यात्रा को सम्राट चौधरी ने बताया 'लूट यात्रा', PK ने पूछा- 'किस विश्वास की बात कर रहे हैं'

तेजस्वी यादव की जन विश्वास यात्रा

पटनाः नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सत्ता से बाहर आने के बाद आज यानी 20 फरवरी से 1 मार्च तक जन विश्वास यात्रा पर निकल रहे हैं. इस दौरान वो 33 जिलों में कार्यक्रम करेंगे, इसके लिए पार्टी ने पूरी ताकत लगा दी है. आज उनकी यात्रा मुजफ्फरपुर से शुरू होगी, लेकिन तेजस्वी यादव की यात्रा को लेकर बिहार में सियासत भी शुरू है.

आज से शुरू है तेजस्वी की यात्राः दरअसल नीतीश कुमार के एनडीए में आने और सरकार बनाने के बाद तेजस्वी यादव नेता विरोधी दल हो गए हैं. अब 17 महीने नीतीश कुमार के साथ सरकार में रह कर किए गाए कामों को अपनी उपलब्धि बता रहे हैं और उन उपलब्धियां को लेकर वो जनता के बीच जा रहे हैं. पूरे बिहार का भ्रमण करेंगे, लोगों से मिलेंगे और नौकरी, रोजगार सहित अन्य कामों की चर्चा करेंगे.

बीजेपी नेता ने साधा निशानाः तेजस्वी यादव की यात्रा पर बीजेपी के विधायक नीरज बबलू का कहना है कि जनता को भी पता चल गया है तेजस्वी यादव बेरोजगार हो गए हैं और बेरोजगार आदमी की बात कोई नहीं सुनता है. वहीं पूर्व मंत्री मदन सहनी का कहना है कि अच्छी बात है. यात्रा करें जो भी राजनीति में है अपना कार्यक्रम चलाते हैं, लेकिन कोई लाभ होने वाला नहीं है.

"बिहार की जनता भी जान चुकी है कि तेजस्वी यादव बेरोजगार हो गए हैं और इसलिए बेरोजगार की बात कौन सुनेगा"- नीरज बबलू, विधायक,बीजेपी

'यात्रा से सत्ता पक्ष के लोग परेशान': वहीं, सीपीआईएम के विधायक सत्येंद्र यादव का कहना है कि नीतीश कुमार में हिम्मत है तो बिहार में 10 सभा करके दिखला दें. मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा. तेजस्वी यादव ने बिहार में नौकरी रोजगार और अन्य कामों के मामले में लैंड मार्क स्थापित किया है. हम लोग उनके साथ हैं. सीपीआईएम विधायक का साफ कहना है कि तेजस्वी यादव की यात्रा से सत्ता पक्ष के लोग परेशान हैं.

2019 लोकसभा चुनाव में मिली थी हारः बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव में बिहार में 40 सीटों में से 39 सीट पर एनडीए ने जीत हासिल की थी. एक सीट महागठबंधन खेमे में शामिल कांग्रेस को मिली थी, लेकिन राजद का खाता तक नहीं खुला और इसीलिए इस बार तेजस्वी ने लोकसभा चुनाव की घोषणा होने से पहले ही पूरी ताकत लगानी शुरू कर दी है, उनकी इस यात्रा पर बिहार में सियासत भी शुरू है.

ये भी पढे़ंः तेजस्वी की जन विश्वास यात्रा को सम्राट चौधरी ने बताया 'लूट यात्रा', PK ने पूछा- 'किस विश्वास की बात कर रहे हैं'

Last Updated : Feb 20, 2024, 10:24 AM IST
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