देहरादून: उत्तराखंड में कल लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है. लोकसभा चुनाव के मतदान से पहले आज की रात राजनीतिक दलों के साथ-साथ निर्वाचन आयोग के लिए काफी लंबी होने वाली है. राजनीति में अक्सर कहा जाता है कि मतदान से पहले की रात कयामत की रात होती है. आचार संहिता लगने के बाद से राजनीतिक दल महीने भर की जाने वाली पूरी कसरत के बाद मतदान से पहले की रात को ताबूत में आखिरी ठोकने वाली रात माना जाता है. जहां एक तरफ मतदान से कुछ घंटे पहले राजनीतिक दलों द्वारा मतदान केंद्रों पर अपने सभी एजेंट तैनात कर दिए जाते हैं. आखिरी चेक लिस्ट तैयार की जाती है. वहीं कई राजनीतिक जानकार बताते हैं कि चुनाव लड़ने वाले अक्सर इस आखिरी रात का हर तरीके से फायदा उठाने की कोशिश करते हैं. चुनाव में शराब और पैसे का प्रलोभन जैसे हथकंडों का इस्तेमाल इसी रात किया जाता है.
भाजपा करेगी अपने बूथ अध्यक्ष और पन्ना प्रमुखों को चार्ज: मतदान से पहले की इस बेहद संवेदनशील समय में भारतीय जनता पार्टी किस तरह से लास्ट मोमेंट की तैयारी कर रही है इसको लेकर के उत्तराखंड भाजपा के चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेश बंसल ने जानकारी दी. उन्होंने बताया पूरे चुनाव कैंपेन में उनके द्वारा प्रदेश भर में चुनावी सभाएं की गई. अब चुनाव प्रचार समझने के बाद अपने बूथ अध्यक्षों और पन्ना प्रमुखों को भारतीय जनता पार्टी चार्ज किया जा रहा है. नरेश बंसल ने बताया मतदान से पहले के कुछ आखिरी घंटे में भारतीय जनता पार्टी अपने सभी पन्ना प्रमुखों को एक बार फिर से अलर्ट कर रही है. पूरी तरह से भाजपा की कोशिश होगी कि सुबह 7 बजे से होने वाले मतदान में असली भूमिका निभाने वाले भाजपा के बूथ अध्यक्ष और पन्ना प्रमुख अधिक से अधिक अपने वोटर्स को मतदान केंद्र पर लेकर जाएं.
कांग्रेस की रहेगी भाजपा पर नजर: वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस मतदान से पहले की इस आखिरी रात से बेहद डरी हुई है. कांग्रेस का कहना है पूरी आचार संहिता के दौरान कांग्रेस ने निर्वाचन के नियमों के अनुसार काम किया है. जनता के बीच में जाकर जनता से बात की है. तमाम ऐसे मुद्दे हैं जिन पर पब्लिक ने अपना मूड बनाया है, लेकिन, आखिरी रात को लेकर के कहीं ना कहीं कांग्रेस के लोगों में डर है. कांग्रेस का कहना है चुनाव की पहले की इस रात में धनबल का प्रयोग किया जाता है. भाजपा ने पहले ही कांग्रेस को आर्थिक रूप से बेहद कमजोर किया है. इस स्थिति आखिरी रात भाजपा कुछ भी कर सकती है. कांग्रेस मीडिया कोऑर्डिनेटर राजीव महेश्वरी ने बताया उन्होंने अपने सभी कार्यकर्ताओं को अपने क्षेत्र में नजर रखने के स्पेशल निर्देश दिए हैं.
निर्वाचन आयोग ने तैनात की स्पेशल टास्क फोर्स: वहीं, चुनाव से पहले आखिरी रात में होने वाली इन तमाम गतिविधियों पर निर्वाचन आयोग की भी पैनी नजर है. निर्वाचन अधिकारी विजय जोगदंडे ने बताया निर्वाचन ने पूरे प्रदेश भर में मतदान से 48 घंटे पहले फ्लाइंग स्क्वॉड और स्टेटिक सर्विलांस की टीम को एक्टिव कर दिया है. उन्होंने कहा निश्चित तौर से मतदान से पहले की कुछ घंटे बेहद संवेदशील होते हैं. जिसके कारण सभी टीमों को अलर्ट कर दिया गया है. कहीं भी अवैध शराब, पैसा बांटने का प्रकरण अगर सामने आता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.