रामगढ़ः जिला के बस स्टैंड से एक युवक का अपहरण हो गया. इसकी जानकारी होने के बाद रामगढ़ पुलिस ने 9 घंटे के अंदर टेक्निकल टीम की मदद से अपहृत युवक को अपहरणकर्ता के चंगुल से मुक्त कराया और एक अपराधी को गिरफ्तार कर लिया.
दरअसल, गुरुवार देर शाम एक व्यक्ति अपने पुत्र के अपहरण की शिकायत को लेकर रामगढ़ थाना पहुंचा. उन्होंने पुलिस को बताया कि उनके पुत्र का अपहरण कर लिया गया है और उसे छोड़ने के एवज में पैसे की मांग की जा रही है. जिसके बाद इसकी जानकारी रामगढ़ पुलिस अधीक्षक और रामगढ़ थाना को दी गयी.
इसके बाद रामगढ़ एसपी अजय कुमार ने पूरे मामले को लेकर एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया. एसआइटी के पदाधिकारियों और टेक्निकल टीम की मदद से 9 घंटे के कड़ी मेहनत के बाद एक अपहरणकर्ता के साथ अपहृत युवक को हजारीबाग के लोहसिंघना मैदान में खड़ी एक कबाड़ बस से शकुशल मुक्त किया. इसके साथ ही अपहरण में इस्तेमाल बाइक को भी पुलिस ने बरामद कर लिया.
अपहृत युवक अनिल कुमार के पिता दिनेश ने बताया कि करीब गुरुवार 7:00 बजे शाम में सुभाष चौक के पास कुछ काम कर रहे थे. इसी दौरान उनके मोबाइल में उनके बेटे का फोन आया और उसे छोड़ने के एवज में पचास हजार रुपये की मांग की. वह फोन पर ही रोने लगा उसने बताया कि उसका अपहरण दो लोगों ने कर लिया है. इसके बाद वे सीधे रामगढ़ थाना पहुंचे. इसी दौरान दोबारा अपहरणकर्ताओं ने उनके मोबाइल पर फोन करके रकम की मांग की और बेटे को मारने की धमकी दी.
इसके बाद रामगढ़ पुलिस अपहरणकर्ताओं के साथ उसके पिता को संपर्क में रहने को कहा और कहा कि पैसे का इंतजाम कर रहे हैं इसके बाद पुलिस टेक्निकल टीम की मदद से अपहरण कर्ताओं के पास पहुंची और अपराधियों के चंगुल से उनके बेटे को छुड़वाया. इस दौरान उसका बेटा काफी सहमा हुआ था.
पीड़ित अनिल कुमार ने बताया बताया कि वह शादी ब्याह में कैमरा का काम करता है. वह हजारीबाग जाने के लिए रामगढ़ बस स्टैंड के पास खड़ा था. इसी दौरान बाइक से दो लोग पहुंचे और उन्होंने कहा कि वे भी हजारीबाग जा रहे हैं. उनके साथ मैं बैठ गया और जैसे ही वे सभी हजारीबाग पहुंचने वाले थे उससे पहले उन लोगों ने मारपीट की फिर पर्स और मोबाइल छीन लिया.
जब मेरे मोबाइल और पर्स में पैसे नहीं दिखे तो उसी के मोबाइल से घर पर फोन करके पैसे की मांग करने को कहा. जब उन्होंने इसका विरोध किया तो हाथ बांधकर गले में उस्तरा और चाकू रखकर उनके साथ मारपीट की. इसके बाद मफलर से मुंह बांधकर 6 घंटे तक कई स्थान पर बदल-बदलकर रखा. अनिल कुमार ने बताया कि मुझे ऐसा लग रहा था कि आज मैं नहीं बचुंगा, इसके बाद रात 3 बजे पुलिस वहां पहुंचकर उसे छुड़वाया.
एसपी अजय कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि गठित (SIT) टीम के द्वारा तकनीकी अनुसंधान करते हुए हजारीबाग लोहसिंघना मैदान के पास पुलिस टीम पहुंची तो मैदान से दो व्यक्ति पुलिस को देखकर भागने लगे. इसमें से एक व्यक्ति को पुलिस की टीम के द्वारा पकड़ा गया. पकड़ाये व्यक्ति से भागने का कारण पूछा बताया कि एक युवक अनिल कुमार को रामगढ़ बस स्टैंड से अपहरण कर लोहसिंघना मैदान, हजारीबाग में पड़ी कबाड़ बस में रखा है.
जिसके बाद पुलिस की टीम द्वारा कबाड़ बस से अपहृत अनिल कुमार को हाथ बंधे हालत में पाया गया, जिसे सकुशल वहां से निकाला गया. हालांकि इस अपहरण में शामिल एक व्यक्ति फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. पुलिस की कार्रवाई में घटनास्थल पर वारदात में इस्तेमाल मोटरसाइकिल, अपहृत अनिल कुमार का मोबाइल फोन, हाथ बांधने में उपयोग किया गया मफलर को जब्त किया गया.
जिस अपहरणकर्ता को पुलिस ने पकड़ा है उसका नाम मो. अशफाक उर्फ राजू (पिता मो. कमरूद्दीन) है. वो गोदखर रोड, पेलावल थाना के कटकमसांडी, जिला हजारीबाग का रहने वाला है. वहीं फरार अपराधी का नाम तौसीफ जावेद (पिता जावेद इजहार) है और वो कल्लू चौक, लोहसिंघना थाना, जिला हजारीबाग का है.
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