दुर्ग : छत्तीसगढ़ में पश्चिम बंगाल से आए बांग्लादेशियों को लेकर पुलिस बड़ा अभियान चला रही है. पिछले 4 दिनों में पुलिस ने 3 हजार से ज्यादा लोगों से पूछताछ की है. जिसमें से 600 से ज्यादा बाहरी लोगों की पहचान की गई है. सभी लोगों को वैध दस्तावेज पेश करने का समय दिया गया है.सभी लोगो को वैध भारतीय दस्तावेज प्रस्तुत करने समय दिया गया है.
किन जगहों पर चलाया सर्च अभियान : पुलिस ने अब तक भिलाई 3 के हथखोज, भिलाई के टाउनशिप एरिया के सेक्टर 5 और सेक्टर 6 के अलावा रुआबांधा,फरीद नगर ,दुर्ग के गया नगर,सराफा बाजार, मैथिलीपारा,गांधी नगर,दुर्गा चौक,तकियापारा और लुचकी पारा में सर्च अभियान किया है. इस सर्च अभियान के अंतर्गत पश्चिम बंगाल और ओडिशा की सीमा से लगे हुए, इसके अलावा अन्य राज्यों से काम करने के लिए आए हुए मजदूरों को लेकर भी तस्दीक की गई.
इस मामले में पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया है. प्रशासन को बिना सूचना दिए जिले में निवास कर रहे लोगों की पहचान की जा रही है.इसके बाद पुलिस अभियान चलाकर कार्रवाई कर रही है.पहचान की प्रक्रिया खत्म होने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी - ऋचा प्रकाश चौधरी, कलेक्टर
बिना सूचना के रह रहे लोगों की पहचान : वहीं इस मामले को लेकर दुर्ग पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ल ने बताया कि बाहर से आने वाले लोगों की मुसाफिरी जांच की जाती है.इसे लेकर शासन की तरफ से जारी निर्देशों का पालन करते हुए बिना सूचना शहर में निवास कर रहे लोगों की पहचान की जा रही है.
जो बिना पुलिस वेरीफिकेशन के बाहर से आकर निवास कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी.पुलिस बाहरी लोग जो पहचान पत्र बनाकर निवास कर रहे हैं,ऐसे लोगों के खिलाफ और आधार कार्ड बनाने वाले लोक सेवा केंद्र संचालक के खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी- जितेंद्र शुक्ला, एसपी
आपको बता दें कि 10 दिसंबर को गृहमंत्री विजय शर्मा दुर्ग दौरे पर थे. उस समय उन्होंने कहा था कि बांग्लादेश से आने वाले रोहिंग्या मुसलमानों को बाहर किया जाएगा. इसके बाद दुर्ग पुलिस ने लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया. सभी संदिग्ध लोगों से भारत के वैध दस्तावेज दिखाने के लिए कहा गया.लेकिन ज्यादातर लोगों के पास वैध दस्तावेज नहीं थे.इसलिए संदिग्धों के जल्द से जल्द वैध दस्तावेज पेश करने के लिए कहा गया है. वहीं दुर्ग पुलिस ने अब राज्य शासन को कार्यवाही के लिए कुछ नाम भी प्रेषित किए हैं.