जयपुर: जिले के रेनवाल में पालतू मवेशियों की चोरी के मामले से नाराज गुर्जर समाज के लोगों ने दिनभर प्रदर्शन करने के बाद शाम को रोड़ पर जाम लगाने का प्रयास किया. पुलिस प्रशासन के लिखित आश्वासन के बाद धरना समाप्त किया. अब पुलिस ने इस मामले में एसआईटी का गठन किया है.
दरअसल, रेनवाल क्षेत्र में तीन सप्ताह पहले रात में पालतू जानवरों को अज्ञात चोर चुरा कर ले गए थे. विरोध के बाद रेनवाल थाना पुलिस ने 10 दिन में वारदात का खुलासा करने का आश्वासन दिया था. शुक्रवार को 10 दिन पूरे होने पर सैकड़ों गुर्जर समाज के लोग थाने पहुंच गए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और चोरों को गिरफ्तार करने की मांग की.
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देर शाम तक लोगों और पुलिस के बीच वार्ता विफल रही और आक्रोशित गुर्जर समाज के लोगों ने रेनवाल सड़क मार्ग पर जाम लगाने का प्रयास किया. गुर्जर समाज के लोगों ने बताया कि एक ही रात में 40 भेड़ें और 8 गधों की चोरी हुई थी. पुलिस ने गधों को तो बरामद कर लिया, लेकिन चोरी हुई 40 भेड़ों को बरामद नहीं कर पाई. पुलिस की नाकामी से आक्रोशित होकर दिनभर धरना चलता रहा और देर शाम को लोगों ने सड़क पर जाम लगाने का प्रयास किया. जोबनेर डीएसपी नरेंद्र कुमार ने बताया कि चोरी के मामले में लिखित आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त किया. वहीं पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एसआईटी टीम गठित कर दी गई है.
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गुर्जर समाज में रखी मांग: भेड़ चोरी के मामले में धरने पर बैठे गुर्जर समाज के दिलीप गुर्जर ने बताया कि जांच अधिकारी एएसआई सरदार सिंह, थानाधिकारी सुरेंद्र सिंह को निलंबित करने, भेड़ चोरी के मामले में एसआईटी गठित करने, चोरों की जल्द गिरफ्तारी करने सहित अन्य लिखित मांग पत्र देने की मांग की.
एसपी के आदेश के बाद एसआईटी हुई गठित: भेड़ चोरी के मामले में गुर्जर समाज के धरने के बाद जयपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक शांतनु सिंह ने जोबनेर पुलिस उप अधीक्षक नरेंद्र कुमार के निर्देशन में एसआईटी टीम का गठन किया. जहां गोविंदगढ़ थानाधिकारी हेमराज सिंह गुर्जर सहित अन्य की टीम बनाकर भेड़ चोरी मामले की जांच सौंपी है.