लखनऊ: राजधानी के जगजीवन राम अकादमी में हो रही 67वीं ऑल इंडिया पुलिस ड्यूटी मीट का शुक्रवार (16 फरवरी 2024) को समापन हो गया. इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) भी शामिल हुए है. उन्होंने कहा पब्लिक परसेप्शन तय करने में भी पुलिस बल का अहम रोल है. उन्हे यह परसेप्शन बनाने में काफी चुनौतियों का सामना किया है. इसके लिये उन्हें दोहरी मानसिकता के साथ काम करना पड़ता है. सीएम ने कहा कि अपराध की बदलती प्रकृति के अनुसार हम सभी को अपने आप को तैयार करना होगा. हम जब अपनी बेस्ट प्रैक्टिसेज को जनता के सामने शेयर करते हैं, तो बहुत कुछ जानने और सीखने को मिलता है.
वहीं इस प्रकार की प्रतियोगिताओं और प्रतिस्पर्धाओं के माध्यम से बहुत सारी चीजों को देखने और सीखने का अवसर मिलता है. 67वीं ऑल इंडिया पुलिस ड्यूटी मीट के समापन समारोह में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, उत्तर प्रदेश के लोगों ने बीते 7 वर्षों में कानून व्यवस्था के महत्व को बखूबी समझा है. राज्य के लोगों ने प्रदेश की कानून व्यवस्था की बेहतर स्थिति और सुरक्षा के माहौल को देखते हुए ही दोबारा इस सरकार को चुना है. आज जनता के मन में सुरक्षा का विश्वास है.
सीएम ने कहा कि, राज्य में मजबूत कानून व्यवस्था का ही रिजल्ट है कि जीआईएस-23 में 40 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए जबकि 2017 से पहले प्रदेश में निवेश के लिए कोई आना नहीं चाहता था. इतना ही नहीं आगामी 19 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में 10 लाख से अधिक निवेश के प्रस्तावों को ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के माध्यम से धरातल पर उतारने जा रहे हैं. इससे राज्य के 35 लाख नौजवानों को सीधे-सीधे नौकरी मिलेगी.
ज्ञान किताबों से नही फील्ड में मिला अनुभव ही असली ज्ञान: पुलिस ड्यूटी मीट के समापन समारोह के अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि, देश की आंतरिक सुरक्षा, कानून व्यवस्था और सुरक्षा का बेहतर माहौल बनाने में पुलिस के विभिन्न बलों की अति महत्वपूर्ण भूमिका है. पुलिस असामाजिक और अराष्ट्रीय तत्वाें के साथ जीरो टाॅलरेंस नीति के तहत अपने काम को अंजाम तक पहुंचाते हैं, जबकि कॉमन मैन के गुहार लगाने पर संवाद स्थापित कर उन्हे न्याय दिलाते हैं. इससे कॉमन मैन के मन में एक नया विश्वास पैदा होता है. साथ ही यह पुलिस बल की संवेदनशीलता को भी दर्शाता है.
सीएम ने कहा कि, लखनऊ से 70 किलोमीटर दूर नौमिषारण्य है, जो हजारों वर्ष पहले ऋषियों के ज्ञान के आदान प्रदान के मंथन का केंद्र था. यहां पर भारत के वैदिक ज्ञान की परंपरा को लिपिबद्ध करने का काम किया गया था. इसमें पूरे देश भर के 88,000 ऋषि-मुनि शामिल थे. ऑल इंडिया पुलिस ड्यूटी मीट इसी धरोहर को आगे बढ़ाता है. सीएम योगी ने कहा कि ज्ञान वह नहीं होता है जो पुस्तकों में लिखा होता है, जबकि ज्ञान वह है जो फील्ड की ड्यूटी के दौरान आप अनुभव करते हैं.
प्रतियोगिताओं से बहुत कुछ सीखने और देखने को मिलता है: उन्होंने 20 राज्यों की पुलिस के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि अपराध की बदलती प्रकृति के अनुसार हम सभी को अपने आप को तैयार करना होगा. हम जब अपनी बेस्ट प्रैक्टिसेज को जनता के सामने शेयर करते हैं तो बहुत कुछ जानने और सीखने को मिलता है. वहीं इस प्रकार की प्रतियोगिताओं और प्रतिस्पर्धाओं के माध्यम से बहुत सारी चीजों को देखने और सीखने का अवसर मिलता है. यही वजह है कि पिछले कुछ वर्षों में प्रदेश में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन हो चुका है.
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर देश के अंदर की चुनौतियों और भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रख करके स्मार्ट पुलिसिंग की बात करते हैं. इस दौरान वह सख्त और सेंसिटिव पुलिस की बात करते हैं. पुलिस बल जब स्मार्ट पुलिसिंग की व्यवस्था से जुड़ जाएगी तो वर्तमान की चुनौतियों का सामना सफलतापूर्वक कर सकेगी. कार्यक्रम में प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, डीजीपी प्रशांत कुमार, डीजी आरपीएफ मनोज यादव शामिल हुए.
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