दुमका: सात जून की शाम को नगर थाना की पुलिस ने कड़हरबील के नीमटोला में एक नाले से 40 साल के शातिर चंदन सिंह का शव बरामद किया था. भाई विवेक के बयान पर पुलिस ने चंदन के रिश्ते में लगने वाला मामा कुंदन सिंह और कुंदन शर्मा समेत पांच लोगों पर हत्या का मामला दर्ज किया था. इस मामले में पुलिस ने खुलासा करते हुए कहा कि यह हत्या नहीं बल्कि साथियों के साथ हुई धक्का मुक्की में पुल से नीचे गिरने से उसकी मौत हो गई. वहीं गिरफ्तार किये गये दोनों नामजद लोगों को जेल भेज दिया गया.
पुलिस की जांच में हुआ खुलासा
दुमका नगर थाना की पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि चंदन की हत्या नहीं की गई थी बल्कि शराब के नशे में कहासुनी के बाद हुई धक्का - मुक्की में वह पुल से नीचे गिर गया और सिर में चोट लगने से उसकी मौत हो गई. पुलिस ने गैर इरादतन हत्या में दोनों नामजद को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया गया.
पुलिस सभागार में दुमका सदर के एसडीपीओ विजय महतो ने बताया कि मृतक चंदन के खिलाफ करीब आधा दर्जन केस दर्ज हैं. हालांकि दो साल से वह पारिवारिक जिंदगी जी रहा था लेकिन उसका शराब पीना बंद नहीं हुआ. सात जून की सुबह को करीब दस बजे कुंदन सिंह और कुंदन शर्मा ने चंदन को शराब पिलाने के लिए शहर के नीमटोला इलाके में बुलाया.
भागते नहीं तो जेल जाने से बच जाते दोनों आरोपी
सभी ने जमकर शराब पी और नशा चढ़ने के बाद मृतक चंदन सिंह गाली-गलौज करने लगा. इस दौरान कुंदन सिंह ने उसके भाई विवेक को फोन कर बताया कि चंदन नशे में गाली दे रहा है उन्हें आकर समझा दीजिए, नहीं तो अच्छा नहीं होगा. इसके बाद भी चंदन शांत नहीं हुआ और देखते ही देखते मामला उलझने लगा. इसी क्रम में चंदन पुल से नीचे गिर गया और सिर में चोट लगने की वजह से उसकी मौत हो गई.
एसडीपीओ ने बताया कि चंदन के साथ हादसा हुआ था. उसके गिरने के बाद दोनों कुंदन वहां से भाग कर जामताड़ा चले गए. मोबाइल लोकेशन से जैसे ही पता चला कि घर आ गए हैं तो दोनों को पकड़ लिया गया. पुलिस के मुताबिक, अगर दोनों मित्र वहां से भागने के बजाय चंदन सिंह को अस्पताल ले जाते तो शायद चंदन और दोनों आरोपी बच सकते थे.
पांच लोगों पर लगा था हत्या का आरोप
चंदन के भाई विवेक ने अपने बयान में दोनों कुंदन के अलावा विक्रम दास, गुडडू शर्मा और लक्ष्मी दास का नाम लिया था. उन्होंने शक जाहिर किया था कि पांचों ने मिलकर उसके भाई की जान ली है. इस पर एसडीपीओ ने बताया कि पांच लोग एक साथ रहते थे और मिलकर शराब पीते थे. घटना के दिन केवल दोनों कुंदन ही मौके पर मौजूद थे. इसलिए इन तीनों का इस घटना से कोई वास्ता नहीं है. विवेक सभी को एक साथ देखता था, इसलिए इन तीनों पर भी शक जाहिर किया. जांच में तीनों की घटनास्थल पर मौजूदगी का कोई प्रमाण नहीं मिला है, जिससे उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया.
ये भी पढ़ें: बोकारो में भू-माफियाओं का दुस्साहस, एयरफोर्स अधिकारी के प्लॉट पर कब्जा जमाने की नीयत से मजदूरों के साथ की मारपीट
ये भी पढ़ें: पाकुड़ के दो गांव में डायरिया का कहर, दर्जनों ग्रामीण बीमार, समय पर इलाज होने से बच गई जिंदगी