सिरोही. जिले के स्वरूपगंज थाना क्षेत्र के लोटाना गांव के सरतानेश्वर महादेव मंदिर में आयोजित महाशिवरात्रि मेले में ड्यूटी दे रहे कांस्टेबल निरंजन सिंह की मौत हो गई थी. दरअसल, कांस्टेबल ने दो गुटों के झगड़े में बीचबचाव की कोशिश की थी. इस दौरान उसे चाकू लग गया. इससे अतिरिक्त रक्त स्त्राव होने के कारण कांस्टेबल की मौके पर ही मौत हो गई. मृतक के परिजनों ने मांग की है कि कांस्टेबल को शहीद का दर्जा दिया जाए.
इसके अतिरिक्त परिजनों की मांग है कि कांस्टेबल को गैलेंट्री अवॉर्ड दिया जाए और उसकी दोनों बच्चियों की पढ़ाई का खर्च राज्य सरकार वहन करे. पुलिस अधीक्षक घटना के समय से ही स्वरूपगंज में कैंप किए हुए हैं. घटना में शामिल कुछ हमलावरों को नामजद भी किया गया है. एसपी अनिल कुमार ने बताया कि मृतक जवान के संबंध में पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों को नियमानुसार सहायता देने व अन्य निर्णय के लिए लिखा जाएगा.
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पिंडवाड़ा आबू विधायक समाराम गरासिया ने भी स्वरूपगंज अस्पताल पहुंचकर मामले की जानकारी ली. इस जघन्य हत्या के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस नेता गोविंद सिंह डोटासरा ने ट्वीट कर पुलिस कांस्टेबल की शहादत पर संवेदना व्यक्त की है तथा आरोपियों को कडी सजा देने की बात कही है. गौरतलब है कि शिवरात्रि के उपलक्ष में कांस्टेबल निरंजन सिंह सरतानेश्वर महादेव मन्दिर में ड्यूटी पर थे.
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निरंजन सिंह लौटाना गांव के बीट कांस्टेबल भी थे. यहां मध्य रात्रि को आदिवासियों के दो गुट आपस में झगड़ रहे थे. कांस्टेबल निरंजन सिंह दोनों पक्षों को शांत करने की कोशिश कर रहे थे. इसी दौरान कुछ बदमाशों ने कांस्टेबल पर चाकू से वार कर दिया. कांस्टेबल की हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे. शव को स्वरूपगंज अस्पताल लाया गया. घटना के बाद लौटाना गांव में भारी पुलिस जाब्ता तैनात किया गया. अलग-अलग टीमें बनाकर आरोपियों की तलाश की जा रही है.