पलामू: पूरे राज्य में अफीम की खेती के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है और उसे नष्ट किया जा रहा है. पलामू में पोस्ता (अफीम) की खेती को नष्ट करने के दौरान चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.
बिहार के तस्कर बटाईदारी में पोस्ता की खेती कर रहे है. आमतौर पर धान, अरहर, गेहूं समेत कई फसलों की बटाईदारी पर खेती होती है. लेकिन पहली बार यह सामने आया है कि तस्कर बटाईदारी में पोस्ता की खेती कर रहे है.
पलामू पुलिस को सूचना मिली थी कि हरिहरगंज के पथरा के इलाके में पोस्ता की खेती हो रही है. इसी सूचना के आलोक में हरिहरगंज के थाना प्रभारी चंदन कुमार के नेतृत्व में सर्च अभियान चलाया गया एवं तीन एकड़ में पोस्ता की खेती को नष्ट किया गया है.
खेती नष्ट करने के दौरान पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारियां मिली हैं. 2022 के बाद पहली बार रैयती खेती पर पोस्ता की फसल लगाई गई थी. यहां पर पोस्ता की फसल लगाने वाले बिहार के डुमरिया से संबंध रखते हैं जिन्होंने स्थानीय व्यक्तिों से जमीन ली थी.
पुलिस ने पूरे मामले में स्थानीय व्यक्ति नीरज एवं बिहार के डुमरिया के रहने वाले संजय पासवान, गिरजा पासवान एवं हरिहरगंज के ढाकचा के रहने वाले शंभू राम के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. पुलिस आरोपियों के गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
हरिहरगंज थाना प्रभारी चंदन कुमार ने बताया कि बटाईदारी में पोस्ता की फसल लगाई गई थी, इस मामले में एफआईआर दर्ज की गयी है एवं आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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