गिरिडीहः सीसीएल सुरक्षा प्रहरी रिंकू कुमार गुप्ता पर हुए जानलेवा हमले का खुलासा घटना के दो दिनों के अंदर मुफस्सिल पुलिस ने कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने हमला करने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. जबकि हमला में प्रयुक्त खून लगा हुआ लकड़ी का फट्टा बरामद किया है. जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें बनियाडीह के कोपा निवासी उमेश दास और भीम दास के साथ पचंबा थाना क्षेत्र के महथाडीह निवासी महेंद्र दास शामिल है.
ऐसे हुई गिरफ्तारी
दरअसल 9 जून की रात रिंकू घर से ड्यूटी जा रहा था. इसी दरमियान बनियाडीह से पहले सोलर प्लांट के समीप अपराधियों ने उसे उसे ओवरटेक कर रोका फिर मिर्च पावडर आंख में डालकर धारदार हथियार से हमला कर दिया. अपराधी रिंकू की जान लेना चाहते थे. तभी एक कार की लाइट पड़ी तो रिंकू को अधमरा छोड़कर अपराधी भाग गए.
इस बीच सुरक्षा प्रहरी अशोक मंडल पहुंचा और सीसीएल गस्ती दल को बुलाकर रिंकू को अस्पताल में भर्ती करवाया गया. मामले की सूचना पर जीएम बासब चौधरी, पीओ एसके सिंह पहुंचे. एसपी दीपक कुमार शर्मा को मामले से अवगत कराया गया. तुरंत ही एसडीपीओ बिनोद रवानी, मु्फस्सिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो पहुंचे. घायल से बात की गई. फिर हमलावरों की खोजबीन शुरू हुई.
एसपी के निर्देश पर मुफस्सिल थाना प्रभारी की टीम ने तीन हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया. इस छापेमारी टीम में मुफस्सिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो, पचंबा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर मंटू कुमार, मुफ्फसिल थाना के रंजय कुमार, सत्येंद्र कुमार पाल, विनय कुमार यादव, चंदन तिवारी, राहुल सिंह के साथ पुलिस बल के जवान शामिल थे.
लोहा - कोयला चोरी रोकने पर हुआ हमला
थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो ने बताया कि कोयला और लोहा चोरी रोकने के कारण ही रिंकू पर हमला किया गया था. बताया कि अभी इस घटना में जो अन्य लोग शामिल हैं उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा. इधर 48 घंटे के अंदर अपराधियों को गिरफ्तार करने पर एसपी ने मु्फस्सिल पुलिस की पीठ थपथपाई है.
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