रांची: झारखंड सीआईडी के साइबर क्राइम ब्रांच ने फर्जी विज्ञापन देकर लाखों रुपए की ठगी करने वाले दो साईबर अपराधियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है. दोनों साईबर अपराधियों को प्रतिबिंब पोर्टल की सहायता से गिरफ्तार किया गया है.
फर्जी विज्ञापन के नाम पर ठगी
साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए झारखंड सीआईडी के द्वारा बनाया गया प्रतिबिंब एप साइबर अपराधियों के रियल टाइम मॉनिटरिंग की सुविधा देता है. प्रतिबिंब पोर्टल के माध्यम से ही सीआईडी के साइबर क्राइम ब्रांच को जानकारी मिली थी कुछ साइबर अपराधी एक दूरसंचार कंपनी के नाम पर पार्ट टाइम जॉब देने के नाम पर फर्जी नंबर से गूगल एवं न्यूज पेपर में विज्ञापन देकर कई लोगों से ठगी कर रहे हैं.
तहकीकात करने पर सीआईडी के साइबर क्राइम ब्रांच में जानकारी मिली थी. फर्जी विज्ञापन देने के बाद साइबर अपराधी झांसे में आने वाले युवक और युवतियों से उनके आधार कार्ड, वोटर कार्ड, मार्कशीट और एक पासपोर्ट साइज फोटो जमा करवा लेते थे. इसके बाद उन्ही कागजातों के आधार पर आईडी वेरीफिकेशन और पंजीकरण के नाम पर उनके बैंक खातों से पैसे अपने खातों में हस्तांतरित करवा लेते थे.
सीआईडी के साइबर क्राइम ब्रांच को टेक्निकल टीम से यह जानकारी हासिल हुई कि जो साइबर अपराधी इस ठगी में शामिल हैं वो रांची में ही हैं जिसके बाद टीम ने रांची के सदर थाना क्षेत्र के अयोध्या पूरी में छापेमारी कर दो साइबर अपराधियों सुमित कुमार और अभय रंजन को गिरफ्तार कर लिया. दोनों गिरफ्तार साइबर अपराधी बिहार के नवादा के रहने वाले हैं. गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास 06 मोबाइल, 11 सिम कार्ड, 07 डेबिट कार्ड, 01 क्रेडिट कार्ड कई चेक बुक और लैपटॉप बरामद किया गया है. साइबर अपराधियों के मोबाइल से ठगी के लिए इस्तेमाल किए गए वाट्सप चैट भी मिले हैं.
अलग अलग राज्यो में दर्ज हैं आरोपियों के खिलाफ मामले
सीआईडी के साइबर क्राइम ब्रांच के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार गिरफ्तार साइबर अपराधियो के खिलाफ मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, केरल, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में दर्जनों शिकायतें अलग-अलग थानों में दर्ज करवाई गई है.
लोकल अखबारों में भी छपवाते थे विज्ञापन
गिरफ्तार साइबर अपराधी बेरोजगार युवक और युवतियों को अपने झांसे में लेने के लिए बाकायदा नामी अखबारों में विज्ञापन छपवाया करते थे ताकि लोगों को वह विज्ञापन हकीकत लगे.
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