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चाइल्ड पोर्न का सप्लायर निकला गोरखपुर का 11वीं का स्टूडेंट; मोबाइल में मिले 4000 अश्लील वीडियो - TEENAGER ARRESTED FOR SELLING PORN

CHILD PORNOGRAPHY RACKET: सालभर से कर रहा था घिनौना काम, ऑनलाइन बेचे सभी वीडियो, एप के जरिए पोर्न वीडियो का बना सौदागर, अब सिंडीकेट के मास्टरमाइंड को तलाश रही पुलिस

चाइल्ड पोर्न वीडियो का सौदागर निकला किशोर.
चाइल्ड पोर्न वीडियो का सौदागर निकला किशोर. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 17, 2024, 4:00 PM IST

Updated : Oct 17, 2024, 4:42 PM IST

गोरखपुर: चाइल्ड पोर्नोग्राफी जैसे घिनौने कृत्य पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने कड़े कानून बनाए हैं, लेकिन गोरखपुर का रहने वाला एक 16 साल का किशोर न सिर्फ इसमें शामिल मिला, बल्कि उसने ऑन डिमांड हजारों अश्लील वीडियो ऑनलाइन बेच डाले. 11वीं के इस छात्र के कारनामे जब पुलिस को पता चले, वह भी हैरान रह गई. इस किशोर ने एक एप पर बाकायदा अपना एकाउंट बना रखा था. इसी के जरिए वह बच्चों के अश्लील वीडियो बेचता था. ऐसा करने में एक शख्स उसकी मदद करता था, जिससे उसकी पहचान एक सोशल साइट्स पर हुई थी. पुलिस के मुताबिक वही, इस पूरे सिंडीकेट का मुखिया है. उसकी तलाश की जा रही है. फिलहाल किशोर बाल सुधार गृह भेजा गया है.

कैसे आया पकड़ में : दरअसल, इस मामले का पुलिस तक पहुंचना भी काफी रोचक रहा है. पुलिस का अनुमान है कि किशोर करीब एक साल से बच्चों के अश्लील वीडियो ऑन डिमांड एप के जरिए बेच रहा था, लेकिन इसकी भनक तक नहीं लग सकी. किशोर के इस काले कारनामे को सबसे पहले साइबर ट्रैकिंग एजेंसी तेलंगाना ने पकड़ा. पुलिस के मुताबिक एजेंसी ने इसकी जानकारी महिला एवं बाल विकास विभाग को दी. साथ ही गोरखपुर पुलिस को भी पत्र भेजा गया. वहां से मामला लखनऊ पहुंचा. जिसके बाद गोरखपुर पुलिस ने चौरी चौरा क्षेत्र के रहने वाले किशोर को दबोच लिया. गोरखपुर के साइबर थाने में इस किशोर के खिलाफ FIR पंजीकृत हुई और जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया गया. फिलहाल किशोर को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है.

मोबाइल में मिले 4000 पोर्न: पुलिस ने बच्चे को जब पकड़ा तो उसके मोबाइल में करीब 4000 पोर्न वीडियो मिले. ये सभी वीडियो बेचे गए थे. किशोर ने पुलिस को बताया कि वह वीडियो कमीशन के आधार पर बेचता था. उसका एक हिस्सा उसे भी मिलता था. सभी अश्लील वीडियो ऑन डिमांड बेचे जाते थे. इसके बाद पुलिस उससे पूछताछ की तो कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई.

ऐसे बना पोर्न का सौदागर: पुलिस की पूछताछ में किशोर ने बताया कि टेलीग्राम पर उसकी दोस्ती राज नाम के एक शख्स से हुई. राज उसको पोर्न वीडियो भेजता रहता था. इसके बाद राज ने ही उसे पोर्न वीडियो बेचने के बारे में बताया. उसका कमीशन भी तय हुआ. एक वीडियो बेचने पर 30 प्रतिशत कमीशन मिलने की बात कही गई. फिर किशोर ने एक एप पर अपना अकाउंट बनाया. साथ ही टेलीग्राम के जरिए भी सेलर का काम करने लगा. पुलिस को उसकी कई अश्लील चैटिंग भी मिली है.

ग्राहकों को पहले भेजता था स्क्रीन शॉट: किशोर ने पुलिस को बताया कि पहले ग्राहक को पोर्न वीडियो का स्क्रीनशॉट भेजा जाता था. वीडियो अगर ग्राहक को पसंद आता था तो उसके हिसाब से कीमत तय होती थी. कीमत 3000 से लेकर 20000 तक भी जाती थी. किशोर एक क्यू आर कोड ग्राहक के पास भेजता था. पैसे आने के बाद मास्टरमाइंड राज उसमें से 70 प्रतिशत रख लेता था और 30 परसेंट हिस्सा किशोर के खाते में भेज देता था. कई बार वीडियो का मूल्य बच्चों की उम्र के हिसाब से तय होता था. कई वीडियो ₹20000 में बेचे गए हैं, इसके प्रमाण पुलिस को मिले हैं.

राज नाम का शख्स बना 'राज' : पुलिस के लिए राज नाम का शख्स पहले बना हुआ है. उसने किशोर को इस घिनौने काम में शामिल किया था. वही वीडियो सप्लाई करता था. आरोपित किशोर के खिलाफ साइबर थाने में दरोगा विनायक सिंह की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है. जबकि राज की तलाश की जा रही है. किशोर ने पुलिस को कई अहम जानकारियां दी हैं, जिसके आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है. इस मामले में एसएसपी गोरखपुर डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने बताया कि, प्रकरण संज्ञान में आने के बाद मामला साइबर थाने में दर्ज किया गया है. साइबर पुलिस आरोपित के मोबाइल फोन को जब्त कर जांच कर रही है. जो भी साक्ष्य मिलते जाएंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़ें : VIDEO, गोरखपुर AIIMS के MBBS स्टूडेंट और डॉक्टरों ने महिला डांसर के साथ जमकर लगाए ठुमके, अब कार्रवाई की तैयारी में प्रबंधन

गोरखपुर: चाइल्ड पोर्नोग्राफी जैसे घिनौने कृत्य पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने कड़े कानून बनाए हैं, लेकिन गोरखपुर का रहने वाला एक 16 साल का किशोर न सिर्फ इसमें शामिल मिला, बल्कि उसने ऑन डिमांड हजारों अश्लील वीडियो ऑनलाइन बेच डाले. 11वीं के इस छात्र के कारनामे जब पुलिस को पता चले, वह भी हैरान रह गई. इस किशोर ने एक एप पर बाकायदा अपना एकाउंट बना रखा था. इसी के जरिए वह बच्चों के अश्लील वीडियो बेचता था. ऐसा करने में एक शख्स उसकी मदद करता था, जिससे उसकी पहचान एक सोशल साइट्स पर हुई थी. पुलिस के मुताबिक वही, इस पूरे सिंडीकेट का मुखिया है. उसकी तलाश की जा रही है. फिलहाल किशोर बाल सुधार गृह भेजा गया है.

कैसे आया पकड़ में : दरअसल, इस मामले का पुलिस तक पहुंचना भी काफी रोचक रहा है. पुलिस का अनुमान है कि किशोर करीब एक साल से बच्चों के अश्लील वीडियो ऑन डिमांड एप के जरिए बेच रहा था, लेकिन इसकी भनक तक नहीं लग सकी. किशोर के इस काले कारनामे को सबसे पहले साइबर ट्रैकिंग एजेंसी तेलंगाना ने पकड़ा. पुलिस के मुताबिक एजेंसी ने इसकी जानकारी महिला एवं बाल विकास विभाग को दी. साथ ही गोरखपुर पुलिस को भी पत्र भेजा गया. वहां से मामला लखनऊ पहुंचा. जिसके बाद गोरखपुर पुलिस ने चौरी चौरा क्षेत्र के रहने वाले किशोर को दबोच लिया. गोरखपुर के साइबर थाने में इस किशोर के खिलाफ FIR पंजीकृत हुई और जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया गया. फिलहाल किशोर को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है.

मोबाइल में मिले 4000 पोर्न: पुलिस ने बच्चे को जब पकड़ा तो उसके मोबाइल में करीब 4000 पोर्न वीडियो मिले. ये सभी वीडियो बेचे गए थे. किशोर ने पुलिस को बताया कि वह वीडियो कमीशन के आधार पर बेचता था. उसका एक हिस्सा उसे भी मिलता था. सभी अश्लील वीडियो ऑन डिमांड बेचे जाते थे. इसके बाद पुलिस उससे पूछताछ की तो कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई.

ऐसे बना पोर्न का सौदागर: पुलिस की पूछताछ में किशोर ने बताया कि टेलीग्राम पर उसकी दोस्ती राज नाम के एक शख्स से हुई. राज उसको पोर्न वीडियो भेजता रहता था. इसके बाद राज ने ही उसे पोर्न वीडियो बेचने के बारे में बताया. उसका कमीशन भी तय हुआ. एक वीडियो बेचने पर 30 प्रतिशत कमीशन मिलने की बात कही गई. फिर किशोर ने एक एप पर अपना अकाउंट बनाया. साथ ही टेलीग्राम के जरिए भी सेलर का काम करने लगा. पुलिस को उसकी कई अश्लील चैटिंग भी मिली है.

ग्राहकों को पहले भेजता था स्क्रीन शॉट: किशोर ने पुलिस को बताया कि पहले ग्राहक को पोर्न वीडियो का स्क्रीनशॉट भेजा जाता था. वीडियो अगर ग्राहक को पसंद आता था तो उसके हिसाब से कीमत तय होती थी. कीमत 3000 से लेकर 20000 तक भी जाती थी. किशोर एक क्यू आर कोड ग्राहक के पास भेजता था. पैसे आने के बाद मास्टरमाइंड राज उसमें से 70 प्रतिशत रख लेता था और 30 परसेंट हिस्सा किशोर के खाते में भेज देता था. कई बार वीडियो का मूल्य बच्चों की उम्र के हिसाब से तय होता था. कई वीडियो ₹20000 में बेचे गए हैं, इसके प्रमाण पुलिस को मिले हैं.

राज नाम का शख्स बना 'राज' : पुलिस के लिए राज नाम का शख्स पहले बना हुआ है. उसने किशोर को इस घिनौने काम में शामिल किया था. वही वीडियो सप्लाई करता था. आरोपित किशोर के खिलाफ साइबर थाने में दरोगा विनायक सिंह की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है. जबकि राज की तलाश की जा रही है. किशोर ने पुलिस को कई अहम जानकारियां दी हैं, जिसके आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है. इस मामले में एसएसपी गोरखपुर डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने बताया कि, प्रकरण संज्ञान में आने के बाद मामला साइबर थाने में दर्ज किया गया है. साइबर पुलिस आरोपित के मोबाइल फोन को जब्त कर जांच कर रही है. जो भी साक्ष्य मिलते जाएंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़ें : VIDEO, गोरखपुर AIIMS के MBBS स्टूडेंट और डॉक्टरों ने महिला डांसर के साथ जमकर लगाए ठुमके, अब कार्रवाई की तैयारी में प्रबंधन

Last Updated : Oct 17, 2024, 4:42 PM IST
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