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बिजली का काम सिखाने वाले ने जेल में पहुंचाई सिम, आरोपी गिरफ्तार, तीन जेल अधिकारी भी सस्पेंड - Death Threat to CM Bhajanlal Sharma

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jul 29, 2024, 5:36 PM IST

Mobile and SIM in Central Jail, मुख्यमंत्री को जान से मारने की धमकी देने के मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने जेल में बंद कैदियों को सिम पहुंचाई थी. इसके अलावा इस मामले में तीन जेल अधिकारियों को भी सस्पेंड किया गया है.

जेल में सिम पहुंचाने वाले को पुलिस ने किया गिरफ्तार
जेल में सिम पहुंचाने वाले को पुलिस ने किया गिरफ्तार (ETV Bharat Dausa)
बिजली का काम सिखाने वाले ने जेल में पहुंचाई सिम (ETV Bharat Dausa)

दौसा : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद जिले के श्यालावास में स्थित केंद्रीय कारागृह में जांच के दौरान मिली आपत्तिजनक सामग्री के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी जेल में बंद कैदियों को लाइट का काम सिखाने के लिए आता था. वहीं, जेल डीआईजी मोनिका अग्रवाल ने तीन जेल अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. साथ ही केंद्रीय जेल की सुरक्षा प्रणाली पर सवाल उठने के बाद जेल प्रशासन के अधिकारी भी केंद्रीय जेल में जांच के लिए पहुंच रहे हैं.

एडिशनल एसपी लोकेश सोनवाल ने बताया कि इस मामले में पापड़दा थाने में दो मामले में दर्ज कराए गए हैं, जिसमें एक मामला अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ दर्ज कराया गया है. ऐसे में कैदियों के पास मिले मोबाइल कैसे अंदर गए, आरोपी की ओर से मुख्यमंत्री को जान से मारने की धमकी के पीछे क्या वजह है और जेल में मौजूद कर्मचारियों संदिग्ध भूमिका की जांच की जा रही है. जो भी व्यक्ति सामने आएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

पढे़ं. जेल में बंद कैदी ने दी मुख्यमंत्री को जान से मारने की धमकी, जांच में सामने आए चौंकाने वाले खुलासे - Threat to CM

तीन अधिकारी सस्पेंड, जेल प्रशासन ने साधी चुप्पी : जेल से धमकी भरे कॉल के बाद जेल डीआईजी मोनिका अग्रवाल ने जेल के तीन अधिकारी कार्यवाहक जेल अधीक्षक कैलाश दरोगा बिहारी लाल, अवधेश कुमार को सस्पेंड कर दिया है. अब इस मामले में कई जेल अधिकारी और कार्मिक भी संदेह के घेरे में हैं, जिसके चलते इस मामले के बाद जेल प्रशासन के सभी अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं. ऐसे में श्यालावास जेल में तैनात अधिकारी और कार्मिक इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं.

दरअसल, शनिवार देर रात को कंट्रोल रूम पर कॉल कर एक अज्ञात व्यक्ति ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी दी थी. इसके बाद पूरे प्रदेश में सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट किया गया. वहीं, धमकी भरे नंबर की जांच की गई. ऐसे में नंबर जिले की श्यालावास में स्थित केंद्रीय कारागाह से ऑपरेट होने की सूचना मिली. इसकी सूचना सुरक्षा एजेंसियों ने दौसा पुलिस को दी.

पढ़ें. जेल की तलाशी में फिर मिले फोन, बंदी ने बताया- जमीन में छुपाकर रखें हैं दो मोबाइल - Jodhpur Central jail

एडिशनल एसपी ने जेल में पहुंचकर की जांच : घटना की सूचना मिलने के बाद दौसा पुलिस में हड़कंप मच गया. ऐसे में लालसोट एडिशनल एसपी लोकेश सोनवाल सहित कई अधिकारी श्यालावास केंद्रीय जेल में पहुंचे, जहां उन्होंने सघन तलाशी अभियान चलाया. इसमें 1 मोबाइल नीमा छिरांग तामाग उर्फ साजन (25) पुत्र किशोर तांमांग निवासी दार्जलिंग के पास से मिला. वहीं, 9 मोबाइल जमीन में गड़े हुए मिले. एडिशनल एसपी लोकेश सोनवाल ने बताया कि नीमा ने ही कंट्रोल रूम पर फोन कर मुख्यमंत्री को जान से मारने के लिए धमकी दी थी.

लाइट का काम सिखाने वाले ने उपलब्ध करवाई सिम : ऐसे में पुलिस ने नीमा के मोबाइल में मिली सिम के बारे में जानकारी जुटाई, जिसमें सामने आया कि राजेंद्र कुमार महावर (50) पुत्र शम्भूदयाल महावर जेल में बंद कैदियों को लाइट का काम सिखाने के लिए आता था. इसके चलते जेल प्रशासन उसे बिना जांच के अंदर एंट्री करा देता था. इस दौरान राजेंद्र ने ही नीमा को सिम उपलब्ध करवाई थी. राजेंद्र ने नीमा को दी हुई सिम को अपनी मां के नाम से जारी करवाया था. इसके चलते पुलिस ने आरोपी राजेंद्र महावर को गिरफ्तार कर लिया है.

बिजली का काम सिखाने वाले ने जेल में पहुंचाई सिम (ETV Bharat Dausa)

दौसा : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद जिले के श्यालावास में स्थित केंद्रीय कारागृह में जांच के दौरान मिली आपत्तिजनक सामग्री के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी जेल में बंद कैदियों को लाइट का काम सिखाने के लिए आता था. वहीं, जेल डीआईजी मोनिका अग्रवाल ने तीन जेल अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. साथ ही केंद्रीय जेल की सुरक्षा प्रणाली पर सवाल उठने के बाद जेल प्रशासन के अधिकारी भी केंद्रीय जेल में जांच के लिए पहुंच रहे हैं.

एडिशनल एसपी लोकेश सोनवाल ने बताया कि इस मामले में पापड़दा थाने में दो मामले में दर्ज कराए गए हैं, जिसमें एक मामला अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ दर्ज कराया गया है. ऐसे में कैदियों के पास मिले मोबाइल कैसे अंदर गए, आरोपी की ओर से मुख्यमंत्री को जान से मारने की धमकी के पीछे क्या वजह है और जेल में मौजूद कर्मचारियों संदिग्ध भूमिका की जांच की जा रही है. जो भी व्यक्ति सामने आएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

पढे़ं. जेल में बंद कैदी ने दी मुख्यमंत्री को जान से मारने की धमकी, जांच में सामने आए चौंकाने वाले खुलासे - Threat to CM

तीन अधिकारी सस्पेंड, जेल प्रशासन ने साधी चुप्पी : जेल से धमकी भरे कॉल के बाद जेल डीआईजी मोनिका अग्रवाल ने जेल के तीन अधिकारी कार्यवाहक जेल अधीक्षक कैलाश दरोगा बिहारी लाल, अवधेश कुमार को सस्पेंड कर दिया है. अब इस मामले में कई जेल अधिकारी और कार्मिक भी संदेह के घेरे में हैं, जिसके चलते इस मामले के बाद जेल प्रशासन के सभी अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं. ऐसे में श्यालावास जेल में तैनात अधिकारी और कार्मिक इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं.

दरअसल, शनिवार देर रात को कंट्रोल रूम पर कॉल कर एक अज्ञात व्यक्ति ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी दी थी. इसके बाद पूरे प्रदेश में सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट किया गया. वहीं, धमकी भरे नंबर की जांच की गई. ऐसे में नंबर जिले की श्यालावास में स्थित केंद्रीय कारागाह से ऑपरेट होने की सूचना मिली. इसकी सूचना सुरक्षा एजेंसियों ने दौसा पुलिस को दी.

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एडिशनल एसपी ने जेल में पहुंचकर की जांच : घटना की सूचना मिलने के बाद दौसा पुलिस में हड़कंप मच गया. ऐसे में लालसोट एडिशनल एसपी लोकेश सोनवाल सहित कई अधिकारी श्यालावास केंद्रीय जेल में पहुंचे, जहां उन्होंने सघन तलाशी अभियान चलाया. इसमें 1 मोबाइल नीमा छिरांग तामाग उर्फ साजन (25) पुत्र किशोर तांमांग निवासी दार्जलिंग के पास से मिला. वहीं, 9 मोबाइल जमीन में गड़े हुए मिले. एडिशनल एसपी लोकेश सोनवाल ने बताया कि नीमा ने ही कंट्रोल रूम पर फोन कर मुख्यमंत्री को जान से मारने के लिए धमकी दी थी.

लाइट का काम सिखाने वाले ने उपलब्ध करवाई सिम : ऐसे में पुलिस ने नीमा के मोबाइल में मिली सिम के बारे में जानकारी जुटाई, जिसमें सामने आया कि राजेंद्र कुमार महावर (50) पुत्र शम्भूदयाल महावर जेल में बंद कैदियों को लाइट का काम सिखाने के लिए आता था. इसके चलते जेल प्रशासन उसे बिना जांच के अंदर एंट्री करा देता था. इस दौरान राजेंद्र ने ही नीमा को सिम उपलब्ध करवाई थी. राजेंद्र ने नीमा को दी हुई सिम को अपनी मां के नाम से जारी करवाया था. इसके चलते पुलिस ने आरोपी राजेंद्र महावर को गिरफ्तार कर लिया है.

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