रुद्रप्रयाग: केदारघाटी में गुप्तकाशी के पास बीती 25 अप्रैल को हुई महिला की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. महिला के सिर और अन्य हिस्सों पर पत्थरों से अनेक वार किये गए थे, जिस कारण महिला की मौत हो गई थी. इस मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो गांव में ही रहकर खच्चर हांकने का काम करता था. रुद्रप्रयाग एसपी डॉक्टर बिशाखा भदाणे ने मामले का खुलासा किया.
उन्होंने बताया कि तीन से चार दिन के अंदर ही पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी नाम महावीर सिंह कठैत है, जो रुद्रप्रयाग जिले के ही बिजराकोट गांव का रहने वाला है. पुलिस ने बताया कि बीती 25 अप्रैल को देवर गांव की रहने वाली महिला जंगल में घास लेने गई थी, लेकिन देर शाम तक भी जब वो नहीं लौटी तो परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की.
पुलिस के मुताबिक परिजनों को महिला अचेत अवस्था में पड़ी मिली. उसके हाथ, पैर, सिर और चेहरे पर गंभीर चोट के निशान थे. पहले आशंका जताई जा रही थी कि महिला पर किसी जंगली जानवर ने हमला किया है और उसी वजह से उसकी मौत हुई है. लेकिन जब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई तो साफ हुआ कि उसकी हत्या की गई थी.
पीएम रिपोर्ट से खुलासा हुआ कि महिला की मौत सिर में गंभीर चोट लगने और अत्यधिक खून बहने से हुई है. 27 अप्रैल को महिला के मायके वालों ने गुप्तकाशी थाने में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया. पुलिस जांच में सामने आया कि देवर गांव में महावीर नाम का व्यक्ति खच्चर हांकने का काम करता है और महिला की मौत के बाद से वो लापता है. हालांकि काफी खोजबीन के बाद वो पुलिस के हत्थे चढ़ गया.
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 25 अप्रैल को महिला जंगल में अकेली थी, जहां वो उसके साथ जोर-जबरदस्ती करने का प्रयास कर रहा था, लेकिन महिला ने इसका विरोध किया, तभी गुस्से में आकर महावीर ने महिला के सिर पर पत्थर से हमला कर दिया और गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी.
आरोपी ने अपने खून से सने कपड़ों को जंगल में छुपा दिया और वहां से फरार हो गया था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. आरोपी गांव में जनवरी माह से रह रहा था और खच्चर हांकने का काम करता था.
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