अलवर. 24 अक्टूबर की रात को कुछ अज्ञात बदमाशों ने लोहा व्यापारी का पीछा कर गाड़ी पर फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया था. इस मामले में राजगढ़ पुलिस ने पहले ही मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया था. सोमवार को पुलिस ने इस घटना में शामिल तीन अन्य बदमाशों को भी गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
एएसपी ग्रामीण डॉ. प्रियंका ने बताया कि 24 अक्टूबर को राजगढ़ कस्बा निवासी हरिशंकर गुप्ता मुनपुर स्थित अपने लोहे के गोदाम से राजगढ़ की ओर आ रहे थे. इस दौरान कुछ अज्ञात बदमाशों ने हरिशंकर गुप्ता की गाड़ी का पीछा किया और सैनी पेट्रोल पंप के पास गाड़ी को ओवरटेक कर रुकवा दिया. इसके बाद बदमाशों ने गाड़ी पर फायरिंग की, जिसमें लोहा व्यापारी के ड्राइवर को गोली मार दी थी. घटना के बाद मौके से बदमाश फरार हो गए थे. उन्होंने बताया कि टीम ने तकनीकी सहायता से घटना का खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी भगवान सहाय को 27 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया था. अनुसंधान में ज्ञात हुआ कि भगवान सहाय दौसा जिले के महुआ थाने का हिस्ट्रीशीटर है. वहीं पुलिस की टीमें अन्य बदमाशों की तलाश कर रही थी.
एएसपी ग्रामीण ने बताया कि 2 नवंबर को बहतुकला थाना क्षेत्र तीनों बदमाश दिखाई दिए. इसके बाद जिले में नाकाबंदी कराई गई. पुलिस की टीम लगातार बदमाशों का पीछा कर रही थी. पुलिस को देख घबराकर बदमाश खेत व पहाड़ी इलाके में जाने लगे. इस दौरान पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तीनों बदमाशों को गिरफ्तार किया. इस घटना में बहतूकला थाना प्रभारी के पैर में चोट लगी, वहीं बदमाशों को भी हल्की चोटें आई हैं. गिरफ्तार किए तीनों बदमाश महेंद्र, पंकज व ज्ञानचंद निवासी बहतूकला क्षेत्र से पूछताछ की जा रही है. जांच में ज्ञात हुआ कि ज्ञानचंद पर पूर्व में तीन मामले दर्ज हैं. वहीं पंकज व महेंद्र पर दो मामले दर्ज हैं.
चारों बदमाश जेल में 57 दिन रहे साथ : एएसपी ग्रामीण डॉ. प्रियंका ने बताया कि अभी तक के अनुसंधान में ज्ञात हुआ कि चारों बदमाश 2021 में करीब 57 दिनों तक जेल में एक साथ बंद रहे. इसके बाद से चारों बदमाश एक साथ क्राइम में लिप्त रहने लगे और लोहा व्यापारी पर फायरिंग की घटना को भी इसी तरह से अंजाम दिया गया. उन्होंने बताया कि बदमाशों के पास से घटना में प्रयुक्त देसी कट्टा भी बरामद किया गया है.