हमीरपुर: हिमाचल पथ परिवहन निगम संयुक्त समन्वय समिति के अध्यक्ष मान सिंह ठाकुर ने होली के दिन जुंगा में ड्राइवर-कंडक्टर के साथ हुई मारपीट में पुलिस द्वारा सहयोग न करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि पुलिस ने इस मामले में कोताही की है. पुलिस पिटाई करने वालों के साथ मिली हुई है. इसी वजह से एचआरटीसी के ड्राइवर-कंडक्टर के साथ की गई मारपीट पर हरकत में पुलिस नहीं आई. उन्होंने कहा कि निगम की बस जैसे ही जुंगा में पहुंची, तो कुछ युवा सड़क के बीचों-बीच में होली खेल रहे थे. ऐसे में बस के ड्राइवर ने युवाओं को सड़क किनारे होली खेलने को कहा तो युवाओं ने ड्राइवर को गाड़ी से पकड़कर नीचे उतार दिया और बस के कंडक्टर भी नीचे उतर गया. उसके बाद कंडक्टर की बुरी तरह से पिटाई कर दी.
निगम कर्मचारियों ने जब जुंगा पुलिस चौकी को इस बारे में सूचना दी तो करीब एक घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची और निगम कर्मचारियों को अपना इलाज करवाने को कहा. रात करीब आठ बजे तक एक भी युवक को पुलिस ने नहीं पकड़ा. पुलिस बार-बार यही कह रही थी वह कार्रवाई कर रही है. ऐसे में निगम के एमडी और आरएम के दबाब डालने पर करीब चार लड़कों को पकड़ा गया, जबकि चार शेष लड़कों को पुलिस अभी तक नहीं पकड़ पाई.
मान सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. उन्होंने कहा कि कानून के रक्षक ही भक्षक बन गए हैं. ऐसे में निगम कर्मचारियों का कानून व्यवस्था के खिलाफ काफी रोष है. पुलिस उनकी रक्षा नहीं करती है. होली के दिन शिमला के जुगां में ड्राइवर-कंडक्टर के साथ हुई मारपीट की कड़े शब्दों में निंदा की है. उन्होंने शिमला पुलिस को चेतावनी दी है कि फरार चारों युवकों को अगर पुलिस ने जल्द नहीं पकड़ा, तो एचआरटीसी प्रदेश भर में चक्का जाम करेगी. इसकी सारी जिम्मेदारी शिमला पुलिस की रहेगी. इसके अलावा जुंगा पुलिस चौकी में तैनात सभी स्टाफ को बदलने की भी मांग की है. साथ ही ऐसा हादसा दोबारा ना हो ऐसी भी सरकार से मांग की है.
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