कोरबा: पीएम विश्वकर्मा योजना की ट्रेनिंग शुरु हो चुकी है. कोरबा के लाईवलीहुड कॉलेज में चुने गए हितग्राहियों को मालाकार की ट्रेनिंग दी जा रही है. जिन हितग्राहियों का चयन ट्रेनिंग के लिए किया गया है वो पहले भी फूलों और आर्टिफिशियल माला, बुके और डेकोरेशन के काम से जुड़े रहे हैं. इन हितग्राहियों को स्टायपेंड के साथ ट्रेनिंग दी जा रही है. ट्रेनिंग की अवधि पूरी होने के बाद इनको टूल किट दिया जाएगा जिसकी मदद से ये आगे अपना काम शुरु करेंगे.
पीएम विश्वकर्मा योजना: पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत हितग्राहियों को तीन लाख तक का लोन भी उपलब्ध कराने की योजना है. प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का मकसद हुनरमंद कारीगरों को आगे बढ़ने का मौका देना है. शासन की कोशिश है कि हुनरमंदों को आगे बढ़ाया जाए. जो काम उनको विरासत में मिला है उसे आगे बढ़ाया जाए. पीएम विश्वकर्मा योजना लोगों के जीवन यापन का जरिया बने, रोजगार का साधन बने.
ट्रेनिंग के साथ स्टायपेंड भी: लाईवलीहुड कॉलेज में चल रहे ट्रेनिंग में शामिल ललित का कहना है कि हमें जो ट्रेनिंग दी जा रही है वो काफी फायदेमंद साबित होगी. हमें खुशी है कि हर दिन के हिसाब से हमें पांच सौ स्टायपेंड भी दिया जाता है. मैं यहां माला और गुलदस्ता और डेकोरेशन का काम सीख रहा हूं. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद मैं इसे व्यवसाय के तौर पर शुरु करुंगा. योजना के तहत मुझे 1 लाख तक का लोन भी मिलेगा. लोन के जरिए कारोबार खड़ा करुंगा. अपना रोजगार स्थापित करुंगा. जहां कहीं भी काम मिलेगा जाकर काम करुंगा.
माला बनाने की ट्रेनिंग: माला बनाने की ट्रेनिंग लेने आई धनेश्वरी राय ने बताया कि इस योजना के तहत हमें स्टायपेंड दिया जा रहा है. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद हमें 15 हजार का टूल किट भी दिया जाएगा. धनेश्वरी ने कहा कि मुझे पहले से माला बनाने का काम आता था. अब मैं अलग अलग तरीके से माला बनाना सीख रही हूं. भविष्य में ये ट्रेनिंग मुझे काम आएगी. ट्रेनिंग के बाद सरकार लोन भी देगी. धनेश्वरी का कहना है कि जो लोन मिलेगा उससे अपना काम शुरु करुंगी और काम होते ही लोन को वापस भी करुंगी.
144 हितग्राहियों को मिल रही ट्रेनिंग: लाईवलीहुड कॉलेज के प्रिंसिपल अरुणेंद्र मिश्रा ने बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत मालाकारों को ट्रेनिंग मिल रही है. हमारे पास कुल 214 लोगों के आवेदन मिले थे. लेवल थ्री वेरिफिकेशन के बाद हमने 144 लोगों को ट्रेनिंग के लिए फिट पाया. प्रिंसिपल ने बताया कि ट्रेनिंग पूरी करने के बाद सभी हितग्राहियों को 4000 का स्टायपेंड दिया जाएगा साथ ही 15 हजार का टूल किट भी मिलेगा. ट्रेनिंग के बाद ये एक लाख के लोन की पात्रता रखेंगे. लोन के पैसे को अगर ये हितग्राही 18 महीने के टारगेट पीरियड में लौटा देते हैं तो आगे ये तीन लाख के लोन की पात्रता हासिल कर लेंगे.