डिंडौरी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में डिंडौरी की महिलाओं का जिक्र किया. यह इन महिलाओं के लिए गौरव का पल है साथ ही जिले की महिलाओं के लिए भी अभूतपूर्व पल है. यहां की महिलाओं ने एक बार फिर अपनी पहचान राष्ट्रीय स्तर पर बनाई है.
मोदी के मन की बात में रयपुरा गांव का जिक्र
पीएम मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में डिंडौरी जिले के रयपुरा गांव का जिक्र करते हुए यहां की महिलाओं की तारीफ की है. उन्होंने कहा कि "कहीं नारी शक्ति जल शक्ति को बढ़ाती है तो कहीं जल शक्ति भी नारी शक्ति को मजबूत करती है. यहां डिंडौरी के रयपुरा गांव में एक बड़े तालाब के निर्माण से भूजल स्तर काफी बढ़ गया है. इसका फायदा इस गांव की महिलाओं को मिला है. यहां शारदा आजीविका स्वंय सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को मछली पालन का व्यवसाय मिल गया. इन महिलाओं ने फिश पार्लर शुरू किया और इससे उनकी आय बढ़ रही है."
आत्मनिर्भता की मिसाल
डिण्डौरी के रयपुरा की महिलाओं के लिए यह गौरव भरा पल उनकी सालों की मेहनत का परिणाम है. इस गांव की महिलाओं ने आत्मनिर्भरता की मिसाल कायम की है. महिलाओं ने गांव में बने तालाब का बेहतर उपयोग किया है और मछली पालन का व्यवसाय शुरू कर अच्छी आमदनी प्राप्त कर रही हैं.
डिंण्डौरी के रयपुरा गाँव में एक बड़े तालाब के निर्माण से जब भू-जल स्तर काफी बढ़ने लगा तो शारदा आजीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को मछली पालन का नया व्यवसाय मिला।
— BJP Madhya Pradesh (@BJP4MP) September 29, 2024
मध्य प्रदेश के छतरपुर के खोम्प गांव का बड़ा तालाब सूखने लगा तो उसे पुनर्जीवित करने के लिए वहां की महिलाओं… pic.twitter.com/vt59A3J0gU
मछली पालन का शुरू किया काम
रयपुरा गांव के इस तालाब की देखभाल करते हुए महिलाओं ने तालाब से अपनी आर्थिक उन्नति की है. सिंचाई के लिए बने इस तालाब पर उन्होंने मछली पालन का काम शुरू किया और 10 हेक्टेयर के तालाब से जो उत्पादन हुआ उससे अच्छी खासी आय प्राप्त कर रही हैं. शारदा महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने आत्मनिर्भरता के लिए स्वयं प्रयास किया और अन्य महिलाओं के लिए मिसाल कायम की है.
शारदा महिला स्व सहायता समूह का गठन
शारदा महिला स्व सहायता समूह की अध्यक्ष शारदा धुर्वे व्यवसाय से उत्साहित हैं. वे बताती हैं कि "महिलाओं ने तालाब से मछली उत्पादन कर बेचना शुरू किया साथ ही एक कदम आगे बढ़कर स्वयं दीदी फिश पार्लर की शुरुआत की. यह फिश पार्लर उन्हें अच्छा मुनाफा दे रहा है. 12 सदस्यीय समूह की प्रत्येक महिला 10 हजार रुपये मासिक का अतिरिक्त लाभ ले रही हैं. महिलाएं आज गांव में तालाब की देखरेख करती हैं, खेती का काम करती हैं वहीं जिला मुख्यालय में खुद फिश पार्लर का संचालन भी कर रही हैं जो अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा है. प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी सराहना करते हुए यह चर्चा मन की बात में की है जो कि हम सभी के लिए गौरव का विषय है."