जगदलपुर : बस्तर के आमाबाल में प्रधानमंत्री ने चुनावी सभा को संबोधित किया.अपने भाषण में नरेंद्र मोदी ने बस्तर की जनता को याद दिलाया कि किस तरह से कांग्रेस और बीजेपी की सरकार में अंतर है. पीएम मोदी ने अपने भाषण में गरीब और निम्न वर्ग की जनता को साल 2023 में बीजेपी की सरकार चुनने के लिए धन्यवाद कहा.प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में सबसे पहले बस्तरवासियों को मोदी की गारंटी पर मोहर लगाने के लिए शुक्रिया कहा.आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बस्तर की जनता को ये याद दिलाने की कोशिश की है कि 2014 के बाद बीजेपी के शासन में पिछले 10 साल में कई बड़े बदलाव देखने को मिले हैं.
गरीबी को करीब से देखा : पीएम नरेंद्र मोदी ने जनता के सामने कहा कि गरीबी क्या होती है,वो उन्होंने करीब से देखी है. आजादी के बाद जो कांग्रेस की अमीर सरकारें देश में आईं उन्हें ना तो गरीबों से मतलब था और ना ही उनकी परेशानियों से. देश के गरीब के लिए दिया जाने वाला एक रुपया गरीब तक पहुंचते-पहुंचते 15 पैसा हो जाता था.बस्तर की धरा से ही आयुष्मान योजना की शुरुआत हुई.आज प्रदेश में कई आरोग्य मंदिर बन चुके हैं.जहां गरीब अपना इलाज करवा रहे हैं. बस्तर से ही मैंने आरोग्य आयुष्मान आरोग्य मंदिर की शुरुआत की थी. यह मैंने बस्तर से इसलिए भी शुरू किया था. आज पूरे देश में इस संकल्प के साथ चीज चल रही हैं कि गरीबों को इलाज देने के लिए काम किया जाए. आज देश में हजारों आरोग्य मंदिर खोले गए हैं. इन आरोग्य मंदिरों से गरीबों को इलाज की बहुत बड़ी सुविधा दी जा रही है. उनकी चिंता कम हुई है मोदी ने पांच लाख के मुफ्त इलाज वाली जो आयुष्मान भारत वाली योजना चलाई है वह भी गरीबों के बहुत काम आ रही है.
बचत कराए बार-बार फिर से एक बार मोदी सरकार : यही नहीं नरेंद्र मोदी ने कहा कि शहर हो या गांव हो अगर मां बीमार हो जाती है तो अपनी पीड़ा किसी को सामने नहीं आने देती है.उस पीड़ा को सहती रहती है कि चलो धीरे-धीरे ठीक हो जाएगा ,अगर बच्चों को पता चलेगा की मां को बीमारी है तो बच्चे अस्पताल ले जाएंगे ,बहुत खर्चा हो जाएगा. संतानों के सिर पर कर्ज हो जाएगा.इसलिए मां सोचती थी कितना लंबा जीना है, इसलिए मां अपने दर्द को दबा लेती थी. गरीबों के लिए यह बहुत भारी पीड़ा थी. जब आप लोगों ने इस गरीब के बेटे को इस मुकाम पर बैठाया, तब मैंने यह तय किया कि अब किसी मां को दवा के लिए परेशान नहीं होना होगा. देश में मोदी की सरकार ने जनऔषधि केंद्र खोलकर गरीब जनता को इलाज के बाद होने वाले दवाईयों के बड़े खर्चे से बचाया है. जनऔषधि केंद्र में 80 फीसदी तक दवाईयों में छूट मिलती है.इस छूट की बदौलत हर साल देश में 30 हजार करोड़ रुपए की बचत हो रही है. इसलिए बचत कराए बार-बार फिर से मोदी सरकार.
कांग्रेस ने आदिवासी समाज का किया तिरस्कार : आदिवासी समाज का कांग्रेस ने तिरष्कार किया है आज इस आदिवासी समाज की बेटी देश की राष्ट्रपति है. बीजेपी ने छत्तीसगढ़ को पहले आदिवासी मुख्यमंत्री दिया है. भाजपा ने आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय अलग बजट बनाया है. पिछले 10 वर्षों में आदिवासी कल्याण का बजट 5 गुना बढ़ाया गया है.जब कांग्रेस सरकार थी तो पूरे देश में सवा सौ भी कम एकलव्य आवासीय विद्यालय थे. आज सिर्फ छत्तीसगढ़ में ही 70 से अधिक एकलव्य विद्यालय है.कांग्रेस की सरकार के दौरान केवल 8-10 वनोपज पर ही एमएसपी मिलती थी.आज यह संख्या 100 के पार चली गई है.
राम का न्यौता कांग्रेस ने ठुकराया : पीएम मोदी ने कहा कि रामनवमी पर भगवान राम टेंट में नहीं बल्कि मंदिर में दर्शन देंगे. 500 साल बाद यह सपना पूरा हुआ है. इसके सबसे अधिक खुशी भगवान राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ को होना स्वाभाविक है लेकिन कांग्रेस और उनके गठबंधन राम मंदिर बनने से नाराज है. कांग्रेस के शाही परिवार ने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का न्यौता ठुकरा दिया. कांग्रेस के जिन नेताओं ने इस कदम को गलत बताया, उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया. एक दो नेता वहां पहुंच गए प्रभु राम के चरणों में सिर झुकाया उन्हें पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया. यह तुष्टीकरण को दिखाता है.
कांग्रेस के घोषणा पत्र को बताया मुस्लिम लीग की छाप : मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने जो घोषणा पत्र में मुस्लिम लीग की छाप है, कांग्रेस को आज भी देश के गरीब से कोई लेना-देना नहीं है.यह बीजेपी सरकार है जो हर गारंटी को जमीन पर उतार रही है. आप लोग लोगों के बीच जाईये और आप गारंटी दे देना. जो आने वाले 5 साल में रह गए हैं, उन्हें भी मोदी सारी योजनाएं पहुंचा देंगे. हमने तीन करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का प्रण लिया है.
कोरोना काल में मोदी ने दिया साथ : पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में पिछले 10 साल की सबसे बड़ी आपदा आई.कोरोना ने पूरे विश्व को अपनी चपेट में लिया.लोग ये कहने लगे कि भारत के गरीब लोगों का क्या होगा.कोरोना की मार से भारत कैसे बचेगा. दूसरे देशों में कोरोना की वैक्सीन के लिए एक-एक हजार रुपए वसूले जा रहे थे. उस वक्त मोदी ने फैसला किया कि देश की जनता को कोरोना वैक्सीन मुफ्त में लगेगी यही नहीं मोदी ने देश की गरीब जनता को मुफ्त में पांच साल तक अनाज देने का भी संकल्प लिया.इस बार फिर से पांच साल तक मुफ्त अनाज देने की मियाद बढ़ा दी गई है.