झाबुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को पश्चिमी मध्य प्रदेश के आदिवासी अंचल झाबुआ से लोकसभा चुनाव का शंखनाद कर दिया. उन्होंने कहा- इस बार अकेले बीजेपी 370 पार करेगी. प्रधानमंत्री मोदी झाबुआ के गोपालपुरा हवाई पट्टी क्षेत्र में आयोजित आदिवासी महाकुंभ में शामिल होने झाबुआ आए थे. इस दौरान अपने 42 मिनट के भाषण में उन्होंने जनजातीय वर्ग के उत्थान के लिए किए गए कार्य और योजनाएं गिनाई तो वहीं कांग्रेस पर निशाना साधते हुए लोकसभा चुनाव के लिए जनजातीय वर्ग का साथ भी मांग लिया.
गुजरात और झाबुआ के दिल जुड़े
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत में बाबा डूंगरदेव का जयकारा लगवाया, फिर कहा, ''बदा भाई बहन ने राम राम. गुजराती में पूछा- केम छो? फिर बोले- आप सबको देखकर मन में वैसी ही खुशी हो रही है जैसी अपने परिजनों से मिलकर होती है. झाबुआ जितना मध्य प्रदेश से जुड़ा है उतना ही गुजरात से भी जुड़ा है. झाबुआ और इस पूरे इलाके की गुजरात से केवल सीमा ही नहीं लगती बल्कि दोनों तरफ के लोगों के दिल भी मजबूती से जुड़े हैं. गुजरात में रहते हुए मुझे यहां के जन जीवन और परंपराओं से करीब से जुड़ने का अवसर मिला था. इसलिए जब भी मैं आपके बीच आता हूं तो वो भाव ताजा हो जाता है.''
लूट और फूट कांग्रेस की ऑक्सीजन
मोदी ने कहा ''अपनी हार सामने देखकर कांग्रेस और उसके साथी अब अपने आखरी दांव पेंच इस्तेमाल करने में लग गए हैं. कांग्रेस और उसके दोस्तों की दो ही ताकत है. जब यह सत्ता में रहते हैं तो लूटते हैं और जब सत्ता से बाहर जाते हैं तो लोगों को लड़वाते हैं.'' यानी लूट और फूट यही कांग्रेस की ऑक्सीजन हैं. इनको बंद करते ही कांग्रेस पार्टी का सियासी दाम टूटने लग जाता है.'' पीएम ने कहा कि ''जिस समाज को पिछली सरकारों ने पिछड़ा बताकर जंगल तक सीमित कर दिया था, आज उसका गौरव पूरा विश्व जान रहा है. मुझे विश्वास है, आप सबके आशीर्वाद से ये मध्य प्रदेश के विकास की जो संकल्प यात्रा शुरू हुई है, वो और गति से आगे बढ़ेगी.''
Also Read: |
कांग्रेस को गांव नहीं महलों की चिंता
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा ''कांग्रेस को आपके गांव की नहीं उनके महलों की चिंता थी. कांग्रेस ने इन इलाकों की जो उपेक्षा की, उनके बनाए गड्ढे भरने के लिए हम पूरी मेहनत से काम कर रहे हैं. अब कांग्रेस के लोकल नेता भी कहने लगे हैं कि मोदी के खिलाफ वोट मांगने जाएं तो किस मुंह से जाएं. जो थोड़े बहुत नेता बचे हैं उनमें भी कोई जिम्मेदारी उठाना नहीं चाहता है.'' उन्होंने कहा कि ''सुना है इन दिनों मप्र कांग्रेस में अंदर खूब भगदड़ मची हुई है. जनता की उपेक्षा करने वालो का यही हश्र होता है. कांग्रेस अब अपने पापों के दलदल में फंस चुकी है. वो उससे निकलने की जितनी कोशिश करेगी उतना ही और धंसेगी.''