पलामूः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गढ़वा में चुनावी सभा के दौरान पलमुआ अवतार देखने को मिला है. इससे पहले प्रधानमंत्री का भोजपुरी, नागपुरी और मगही अवतार देखने को मिल चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गढ़वा के चेतना मैदान से बीजेपी की चुनावी अभियान की शुरुआत की. नरेंद्र मोदी जैसे ही मंच पर चढ़े उन्होंने सब ठीक बा न... बोल कर सभी का हाल-चाल लिया. इसके बाद अपने भाषण की शुरुआत की.
भाषण में केंदु पत्ता, महुआ और मड़ुआ का भी जिक्र
पीएम मोदी ने लगभग सुबह के 11.45 बजे अपने संबोधन की शुरुआत की और लोगों का अभिवादन किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण के दौरान पलामू, गढ़वा और लातेहार के इलाके में केंदु पत्ता, महुआ और मड़ुआ की भी चर्चा की और कोल्ड स्टॉरेज पर भी अपनी बात रखी.
लोगों में दिखा गजब का उत्साह
जैसे ही पीएम मोदी ने स्थानीय पलमुआ भाषा में लोगों से हालचाल जाना लोग उत्साहित हो गए और मोदी-मोदी के नारे लगाने लगे. दरअसल, मंच से पहली बार किसी राष्ट्रीय नेता ने पलमुआ भाषा से अपने संबोधन की शुरुआत की है.
दरअसल, पलमुआ भाषा नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर में रखा गया है. पलमुआ भाषा को नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर के 200वें नंबर पर रखा गया है. इतिहासकार और साहित्यकारों के अनुसार 17वीं सदी के बाद बड़ी संख्या में पलामू के इलाके में भोजपुरी और मगही बोलने वाले लोग इलाके में पहुंचे थे. धीरे-धीरे दोनों भाषा नागपुरी भाषा के साथ मिक्स हो गई और पलमुआ भाषा के रूप में विकसित हो गई.
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