दंतेवाड़ा: लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग को लेकर पूरे देश में जोर शोर से तैयारियां चल रही है. छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के फर्स्ट फेज में बस्तर सीट पर वोटिंग होगी. बस्तर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में गिना जाता है. कुल 12 विधानसभा सीटों में से बस्तर के 9 विधानसभा सीटों को मिलाकर चुनाव होने हैं. इसमें दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बस्तर, चित्रकोट, जगदलपुर, कोंडागांव, नारायणपुर, केशकाल और बीजापुर शामिल है. जबकि कांकेर सीट पर दूसरे फेज में चुनाव होना है. पहले फेज के चुनाव को लेकर दंतेवाड़ा से लोकतंत्र को जीत दिलाने वाली खबर सामने आई है. यहां सरेंडर कर चुके नक्सलियों ने डाकमत पत्र से वोटिंग कर लाल आतंक को करारा जवाब दिया है.
देश के संविधान पर जताया भरोसा: सरेंडर कर चुके नक्सलियों ने मुख्य धारा में शामिल होने के बाद लोकतंत्र और गणतंत्र पर भरोसा जताया. उन्होंने बैलेट पेपर के जरिए मतदान कर लोकतंत्र के सच्चे सिपाही होने की परिचय दिया है. लोन वर्राटू अभियान के तहत इन नक्सलियों ने पहले सरेंडर किया फिर लोकसभा चुनाव में वोट डालकर अपना फर्ज निभाया है. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में भी सरेंडर कर चुके नक्सलियों ने बढ़ चढ़कर अपने मतदान का प्रयोग किया था.
सुरक्षाबलों के जवानों ने भी की वोटिंग: दंतेवाड़ा पुलिस के कुल 380 कर्मचारियों ने डाक मतपत्र से मतदान के लिए आवेदन किया है. जिनमें कुल 322 पुलिसकर्मियों और सुरक्षाकर्मियों ने अपने मत का प्रयोग कर लिया है. जबकि 52 पुलिसकर्मी और सुरक्षाकर्मी अभी अपने मत का प्रयोग करेंगे. जिला निर्वाचन अधिकारी मयंक चतुर्वेदी की अगुवाई में कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए लोगों का जागरुक करने का प्रण भी लिया. इसके तहत कई तरह के आयोजन दंतेवाड़ा में किए जा रहे हैं.