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फाग मेले में दिखी देव समाज की अनोखी परंपरा, हवाई फायर के बिना देवता साहेब शोड़ी पलथान ने आगे बढ़ने से किया मना - Phag Fair 2024 - PHAG FAIR 2024

Phag Mela in Rampur: देवभूमि हिमाचल में देवी-देवताओं को लेकर देव समाज से जुड़ी हुई कई अद्भुत परंपराएं हैं, जिनका आज भी विधिवत तरीके से निर्वहन किया जाता है. ऐसी ही एक परंपरा फाग मेले के दौरान हुई. जब देवता साहेब शोड़ी पलथान ने हवाई फायर के बिना आगे बढ़ने से मना कर दिया.

Devta Sahib Sholi Palthan in Phag Mela in Rampur
Devta Sahib Sholi Palthan in Phag Mela in Rampur
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Mar 27, 2024, 11:50 AM IST

रामपुर: हिमाचल प्रदेश देवभूमि के नाम से विख्यात है. हिमाचल में अनेकों देवी-देवताओं का निवास स्थान माना जाता है. प्रदेश में आज भी देवताओं की पुरानी परंपराओं का निभाया जाता है. देवी-देवताओं पर आज भी प्रदेश के लोगों की अथाह श्रद्धा है. वहीं, यहां के देवी-देवताओं की परंपराएं भी बेहद अनोखी और अद्भुत होती हैं. ऐसी ही एक अनोखी परंपरा रामपुर के फाग मेले में देखने को मिली.

देवता साहेब की अनोखी परंपरा

हिमाचल प्रदेश में आज भी देव समाज से जुड़ी कुछ ऐसी परंपराएं हैं, जिनका निर्वहन करना देव समाज के लिए जरूरी होता है. वरना देवी-देवता रुष्ट हो सकते हैं. ऐसी ही एक परंपरा फाग मेले में देवता साहेब शोड़ी पलथान के साथ देखने को मिली. मंगलवार शाम को देवता साहेब जब अपने लाव लश्कर के साथ रामपुर में नेशनल हाईवे-5 पर पुलिस स्टेशन के पास पहुंचे तो परंपरा का निर्वहन करने की बात कही. ये परंपरा हवाई फायर करने की थी, लेकिन लोकसभा चुनाव के चलते आचार संहिता लागू होने के कारण ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाई गई है. मगर देवता साहेब शोड़ी पलथान एनएच-5 पर अपने लाव लश्कर के साथ आगे जाने से अड़ गए.

परंपरा निर्वहन के बाद आगे बढ़े देवता

ऐसे में प्रशासन की ओर से यहां पर आकर देवता साहेब शोड़ी पलथान से आगे बढ़ने का आग्रह किया गया, लेकिन देवता साहेब परंपरा का निर्वहन किए बिना वहां से आगे नहीं बढ़े. जिसके बाद प्रशासन द्वारा परंपरा का निर्वहन किया गया और देवता के लिए हवाई फायर किया गया. जिसके बाद देवता साहेब पलथान आगे बढ़े और राज दरबार के लिए रवाना हुए. वहीं, इस परंपरा को देखकर हर कोई हैरान रह गया कि आज भी देव परंपराएं जस की तस कायम हैं.

26 मार्च से फाग मेला शुरू

बता दें कि इस दौरान देवता साहेब पलथान रामपुर बुशहर में होने वाले 4 दिवसीय ऐतिहासिक व पारंपरिक फाग मेले के लिए आ रहे थे. इसी दौरान पुलिस थाने के पास पहुंच कर परंपरा का निर्वहन करने की मांग की. रामपुर बुशहर में 26 मार्च से फाग मेला शुरू हो चुका है. फाग मेले में 26 देवी-देवता पहुंचे हैं. यह रामपुर बुशहर का ऐतिहासिक और पारंपरिक मेला है. ऐसे में देवी-देवताओं का आशीर्वाद लेने के लिए इस मेले में दूर-दूर से लोग आते हैं.

ये भी पढ़ें: रामपुर बुशहर में जिला स्तरीय फाग मेले का हुआ आगाज, देवलुओं संग नाचते गाते देवता पहुंचे राज दरबार

रामपुर: हिमाचल प्रदेश देवभूमि के नाम से विख्यात है. हिमाचल में अनेकों देवी-देवताओं का निवास स्थान माना जाता है. प्रदेश में आज भी देवताओं की पुरानी परंपराओं का निभाया जाता है. देवी-देवताओं पर आज भी प्रदेश के लोगों की अथाह श्रद्धा है. वहीं, यहां के देवी-देवताओं की परंपराएं भी बेहद अनोखी और अद्भुत होती हैं. ऐसी ही एक अनोखी परंपरा रामपुर के फाग मेले में देखने को मिली.

देवता साहेब की अनोखी परंपरा

हिमाचल प्रदेश में आज भी देव समाज से जुड़ी कुछ ऐसी परंपराएं हैं, जिनका निर्वहन करना देव समाज के लिए जरूरी होता है. वरना देवी-देवता रुष्ट हो सकते हैं. ऐसी ही एक परंपरा फाग मेले में देवता साहेब शोड़ी पलथान के साथ देखने को मिली. मंगलवार शाम को देवता साहेब जब अपने लाव लश्कर के साथ रामपुर में नेशनल हाईवे-5 पर पुलिस स्टेशन के पास पहुंचे तो परंपरा का निर्वहन करने की बात कही. ये परंपरा हवाई फायर करने की थी, लेकिन लोकसभा चुनाव के चलते आचार संहिता लागू होने के कारण ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाई गई है. मगर देवता साहेब शोड़ी पलथान एनएच-5 पर अपने लाव लश्कर के साथ आगे जाने से अड़ गए.

परंपरा निर्वहन के बाद आगे बढ़े देवता

ऐसे में प्रशासन की ओर से यहां पर आकर देवता साहेब शोड़ी पलथान से आगे बढ़ने का आग्रह किया गया, लेकिन देवता साहेब परंपरा का निर्वहन किए बिना वहां से आगे नहीं बढ़े. जिसके बाद प्रशासन द्वारा परंपरा का निर्वहन किया गया और देवता के लिए हवाई फायर किया गया. जिसके बाद देवता साहेब पलथान आगे बढ़े और राज दरबार के लिए रवाना हुए. वहीं, इस परंपरा को देखकर हर कोई हैरान रह गया कि आज भी देव परंपराएं जस की तस कायम हैं.

26 मार्च से फाग मेला शुरू

बता दें कि इस दौरान देवता साहेब पलथान रामपुर बुशहर में होने वाले 4 दिवसीय ऐतिहासिक व पारंपरिक फाग मेले के लिए आ रहे थे. इसी दौरान पुलिस थाने के पास पहुंच कर परंपरा का निर्वहन करने की मांग की. रामपुर बुशहर में 26 मार्च से फाग मेला शुरू हो चुका है. फाग मेले में 26 देवी-देवता पहुंचे हैं. यह रामपुर बुशहर का ऐतिहासिक और पारंपरिक मेला है. ऐसे में देवी-देवताओं का आशीर्वाद लेने के लिए इस मेले में दूर-दूर से लोग आते हैं.

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