जयपुर. राजस्थान पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के आह्वान पर आज सुबह 6 बजे से प्रदेश के पेट्रोल पंपों पर हड़ताल शुरू हो गई है. पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करने की मांग को लेकर ये हड़ताल की जा रही है. हड़ताल मंगलवार (सुबह 6 बजे) तक जारी रहेगी. बता दें कि इस स्ट्राइक में कई जिलों के पेट्रोल पंप संचालक शामिल नहीं हुए हैं. बंद पेट्रोल पंपों की वजह से लोग परेशान हो रहे हैं. जयपुर सहित इंटर स्टेट बॉर्डर वाले जिलों में पेट्रोल पंप के स्ट्राइक का असर ज्यादा देखा जा रहा है. इससे पहले सितंबर 2023 में भी एसोसिएशन ने 3 दिन हड़ताल कर सरकार से वैट में कटौती की मांग की थी. तब सरकार ने कमेटी का गठन कर हड़ताल को खत्म करवा दिया था. प्रदेशभर के आंदोलनरत पेट्रोल पंप संचालक 11 मार्च को जयपुर में सचिवालय का घेराव भी करेंगे, ताकि अपनी मांग को सरकार तक पहुंचा सकें.
पेट्रोल पंप बंद होने की कगार पर : राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह भाटी ने बताया कि पेट्रोल पंप संचालकों ने हड़ताल के दौरान जिला प्रशासन को भी किसी भी तरह से पेट्रोल-डीजल उपलब्ध नहीं कराने का निर्णय लिया है. इसके अलावा लोकसभा चुनावों में सरकारी वाहनों को भी उधार पेट्रोल-डीजल देने पर रोक लगाने की घोषणा की है. उनका कहना है कि श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिले में देश का सबसे महंगा तेल है, तो 57 फीसदी पेट्रोल पंप आज सरकार की नीतियों के कारण बंद होने की कगार पर हैं.
प्रधानमंत्री का वादा निभाने की मांग : 10 मार्च से श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, सिरोही, चूरू, जालोर, बाड़मेर, जैसलमेर, धौलपुर, करौली, दौसा, सीकर और झुंझुनू जिले के पेट्रोल पंप संचालक पूरी तरह से हड़ताल पर जा रहे हैं. राजस्थान पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष संदीप बगेरिया ने कहा राजस्थान के सभी पेट्रोल पंप रविवार 6 बजे से अगले 48 घंटे तक बंद रहेंगे. इसका मकसद सरकार को राज्य में उच्च ईंधन मूल्यों पर ध्यान दिलाना है. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने वादा किया था कि भाजपा सरकार ने पेट्रोल के मूल्य को कम करेगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. बगेरिया ने आरोप लगाया कि हमारे व्यापार संघ के कई डीलर बंद होने की कगार पर हैं. राजस्थान में पेट्रोल पर सबसे अधिक वैट है, इसलिए यह आवश्यक है कि राज्य में पेट्रोल की कीमतें अन्य राज्यों के साथ मेल खाएं. COVID के दौरान सरकार ने पेट्रोल की कीमतों पर वैट बढ़ाई थी, जो अब तक संशोधित नहीं हुई हैं.
2 दिन तक नहीं मिलेगा पेट्रोल-डीजल: अपनी मांगों को लेकर पेट्रोल पंप संचालकों ने 10 मार्च सुबह 6 बजे से 12 मार्च सुबह 6 बजे तक तक प्रदेशभर के पेट्रोल पंप बंद रखने का निर्णय लिया है. पेट्रोल पंप बंद होने के कारण आमजन को भी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. ऐसे में पेट्रोल पंप बंद होने की सूचना मिलते ही लोग अपने वाहनों में पेट्रोल-डीजल लेने के लिए पेट्रोल पंपों पर पहुंचे. जयपुर शहर के पेट्रोल पंप पर काफी भीड़ देखने को मिली. लोग लंबी-लंबी लाइनों में अपने वाहनों को खड़े करके अपनी बारी आने का इंतजार करते हुए नजर आए.
कोटा और बूंदी में नहीं है बंद : राजस्थान पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन के आह्वान पर हाड़ौती के दो जिलों में पेट्रोल पंप बंद रहेंगे, जबकि दो जिलों में बंद को लेकर सहमति नहीं बन पाई है. ऐसे में बारां और झालावाड़ में बंद का आह्वान किया गया है, जबकि कोटा और बूंदी में बंद नहीं रहेगा. कोटा पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष तरुमित सिंह बेदी का कहना है कि उन्होंने संगठन से जुड़े सदस्यों से राय मांगी थी. इसमें अधिकांश ने बंद नहीं रखने की बात कही है, इसीलिए कोटा में बंद नहीं रखा गया है. बारां के अध्यक्ष महेंद्र गुप्ता का कहना है कि वह आरपीडीए के साथ हैं और पूरी तरह से बंद का आह्वान किया गया है. झालावाड़ के राम पाटीदार ने भी बंद की बात कही है. इसी तरह से बूंदी के सेक्रेटरी महेश कुमार गर्ग का कहना है कि आंशिक रूप से बंद रह सकता है, लेकिन पूरी तरह से बंद नहीं होगा. हम भी कोटा के फैसले के साथ रहते हैं.