मसूरी: माल रोड पर्यटन की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है, जिसका सौंदर्यीकरण करने के लिए सरकार द्वारा 7 करोड़ रुपए से ज्यादा रुपए खर्च किए गए हैं. माल रोड निर्माण के दौरान गांधी चौक के पास पिछले साल 10 मीटर सड़क का हिस्सा क्षतिग्रस्त होकर गिर गया था. जिसे बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग को 1 साल से भी ज्यादा का समय लग गया है. जिससे लोगों में भारी आक्रोश है.
लोगों का कहना है कि धामी सरकार विकास का दावा करती है, लेकिन माल रोड की 10 मीटर क्षतिग्रस्त सड़क को बनाने में लोक निर्माण विभाग को एक साल से ज्यादा का समय लग गया है. उन्होंने कहा कि 10 मीटर सड़क क्षतिग्रस्त होने से लोगों को भारी जाम से जूझना पड़ रहा है और व्यापारियों को भी भारी नुकसान हो रहा है.
लोगों ने कहा कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारी पहले बजट का रोना रो रहे थे और अब जब बजट आया तो काम धीमी गति से किया जा रहा है. जिससे लग रहा है कि अभी निर्माण में काफी समय लगेगा. उन्होंने कहा कि पर्यटन सीजन सिर पर है. अगर जल्द सड़क का निर्माण नहीं किया गया, तो इसका खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ेगा.
मसूरी कांग्रेस के अध्यक्ष अमित गुप्ता ने कहा कि भाजपा सरकार की कथनी और करनी में बहुत अंतर है. जिसका उदाहरण मालरोड में 10 मीटर क्षतिग्रस्त सड़क को बनाने में एक साल से भी ज्यादा का समय लगना है. उन्होंने कहा कि 10 मीटर सड़क का हिस्सा क्षतिग्रस्त होकर गिरने पर डंपर चालक की मौत हो गई थी.
मसूरी एसडीएम डॉ.दीपक सैनी ने कहा कि मालरोड के क्षतिग्रस्त हिस्से के निर्माण को लेकर लोक निर्माण विभाग काम कर रहा है. क्षतिग्रस्त हिस्सें में बिजली और पानी की लाइनों को शिफ्ट किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जल्द सड़क का निर्माण करवा दिया जाएगा.
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