चरखी दादरी: डालावास गांव के राजकीय हाई स्कूल के कार्यकारी हेडमास्टर पर ग्रामीणों ने बच्चों को जातिसूचक शब्द कहने, पढ़ाई नहीं कराने और स्कूल में शराब पीने के आरोप लगाए हैं. अध्यापक के व्यवहार को लेकर ग्रामीणों में रोष देखने को मिला और उन्होंने एसएमसी प्रधान मनोज कुमार की अगुवाई में स्कूल गेट पर ताला लगाकर विद्यार्थियों सहित नारेबाजी की. सूचना मिलने पर बाढ़ड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची.
ग्रामीणों का हेडमास्टर पर गंभीर आरोप: अध्यापक के व्यवहार से गुस्साए ग्रामीण पुलिस के समक्ष ही अध्यापक के साथ मारपीट पर उतारू हो गए. जिसके बाद मामला बढ़ता देख पुलिस अध्यापक को गाड़ी में बैठाकर अपने साथ ले गई. रोष जता रहे ग्रामीणों ने कहा कि अध्यापक विद्यार्थियों को जातिसूचक शब्द कहता है. उन्होंने कहा कि वो एक बार स्कूल में आता है और उसके बाद स्कूल से निकल जाता है. जिसके चलते बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है.
स्कूल पर ताला जड़कर किया प्रदर्शन: ग्रामीणों ने अध्यापक पर स्कूल में शराब पीने के भी आरोप लगाए. ग्रामीणों ने कहा कि अध्यापक का व्यवहार स्टाफ के साथ भी सही नहीं है. वो उनके साथ भी झगड़ा करता रहता है. जिसके चलते स्कूल में छात्र संख्या पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. उन्होंने कहा कि वे बार-बार अध्यापक को समझा चुके हैं, लेकिन उसके व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया. जिसके चलते वे स्कूल गेट पर ताला लगाने को मजबूर हुए हैं.
हेडमास्टर को बदलने की मांग: ग्रामीणों ने इस दौरान अध्यापक और शिक्षा विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया और अध्यापक दलबीर सिंह की बदली की मांग की. साथ ही ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अध्यापक की शीघ्र बदली नहीं की गई, तो वे दोबारा से स्कूल गेट पर ताला लगाने को मजबूर होंगे. वहीं मौके पर मौजूद अध्यापक दलबीर सिंह भी उनका पक्ष जानने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने मीडिया के समक्ष कुछ भी बोलने से साफ इंकार कर दिया. फिलहाल पुलिस ने भी मामले पर चुप्पी साध रखी है.
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