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दिल्ली विधानसभा चुनाव: गाजीपुर की जनता का अरविंद केजरीवाल से सवाल 'ये कूड़े का ढेर कब हटेगा'? - GHAZIPUR GARBAGE

-गाजीपुर की जनता कूड़े के ढेर से परेशान -लोगों ने कहा- ये कूड़ा कब हटेगा? -महिलाओं ने कहा-रोटी खाना मुश्किल हो जाता है

GHAZIPUR GARBAGE
गाजीपुर के लोग अब भी कूड़े से परेशान (SOURCE: IANS)
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By IANS

Published : Dec 12, 2024, 10:53 AM IST

नई दिल्ली: दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम राजनीतिक पार्टियों ने चुनावी अभियान की शुरुआत भी कर दी है. सभी पार्टियां डोर टू डोर अभियान के तहत लोगों से मिल रहे हैं और उनकी समस्या का समाधान करने का वादा कर रहे हैं. इसी कड़ी में दिल्ली के गाजीपुर में लोगों के लिए अब भी मुख्य मुद्दा कूड़े का पहाड़ है. गाजीपुर के लोगों ने अपनी समस्याओं के बारे में विस्तार से बात चीत की. यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि यहां हर बार कूड़े का ढेर हटाने का वादा किया जाता है, लेकिन आज तक इस वादे पर कोई काम नहीं हुआ.

इलाके में रहने वाली मुन्नी देवी ने कहा, "स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है. कूड़े का ढेर लगातार बढ़ता जा रहा है. जहां देखेंगे सिर्फ कूड़ा ही देखने को मिलता है।. यहां की नहर कूड़ाघर बन गई है. नहर में मरे हुए मवेशियों को डाला जा रहा है. एमसीडी वाले क्या कर रहे हैं? सालों से गंदगी बर्दाश्त कर रहे हैं. अरविंद केजरीवाल वादा करके गए थे कि कूड़ा हटा देंगे लेकिन वादा पूरा नहीं हुआ है."

सालों से यहां पर रह रहे हैं. यहां पर कूड़े के ढेर के संबंध में समस्या का समाधान नहीं हुआ है. अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि कूड़े का ढेर हटा देंगे. 10 साल की सरकार में कूड़े का ढेर बढ़ा ही है. एमसीडी में उनकी सरकार है. लेकिन, कूड़ा कम नहीं हो रहा है. 10 साल में हम लोग सिर्फ गंदगी और बदबू में जी रहे हैं. बरसात के दिनों में काफी दिक्कतें होती हैं. गर्मियों में कूड़े के ढेर में बलास्ट होता है. राजेश, स्थानीय

इसी इलाके में रहने वाली बालमित्रा देवी का कहना है कि हमारी समस्या कोई भी सरकार ठीक नहीं करेगी. यहां रहते हुए 40 साल हो गए. प्रदूषण हमारे घर में है. बाहर निकलते ही गंदगी से रूबरू होना पड़ता है. काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. एमसीडी वाले आश्वासन देकर चले जाते हैं. लेकिन साफ-सफाई को लेकर कोई काम नहीं हुआ है. केजरीवाल बताएं कि उन्होंने क्या काम किया है. सफाई नहीं हो रही है. हम चाहते हैं कि जो भी सरकार बने वह यहां पर काम करे.

बरसात के दिनों में इस जगह होने वाली दिक्कतों का जिक्र करते हुए निर्मला देवी ने बताया कि बरसात में घर में रोटी नहीं खा सकते, केजरीवाल से पूछना चाहती हूं कि उन्होंने 10 साल में क्या काम किया. दो साल एमसीडी में रहकर क्या काम किया.

शफीक जो इलाके में ही रहते हैं, उन्होंने दावा किया कि केजरीवाल जब आएंगे तो वादे के बारे में जरूर पूछूंगा. उन्होंने कहा कि केजरीवाल की सरकार में समस्या कम नहीं हुई है. जब वह वोट मांगने आएंगे तो हम पूछेंगे कि आपने वादा किया था क्या हुआ. गाजियाबाद का कूड़ा गाजीपुर में डाला जा रहा है. यहां पर बीमारियां हो रही है परेशानियां हो रही हैं.

इसी इलाके में रहने वाले खालिद का कहना है कि कूड़े के ढेर पर सिर्फ राजनीति हो रही है. यहां से कभी कूड़े का ढेर खत्म नहीं होगा. क्योंकि, मौजूदा सरकार ने भी वादा किया. लेकिन क्या हुआ. चारों तरफ बीमारियां हैं. गर्मियों के दिनों यहां आग लग जाती हैं. लोगों को सांस लेने में तकलीफ होती है. बचपन से देखता आया हूं कि यहां पर कूड़े का ढेर है, लेकिन कोई सरकार इसे नहीं हटा पाई है. बहुत समस्या का सामना करना पड़ता है.

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इलाके में रहने वाली मुन्नी देवी ने कहा, "स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है. कूड़े का ढेर लगातार बढ़ता जा रहा है. जहां देखेंगे सिर्फ कूड़ा ही देखने को मिलता है।. यहां की नहर कूड़ाघर बन गई है. नहर में मरे हुए मवेशियों को डाला जा रहा है. एमसीडी वाले क्या कर रहे हैं? सालों से गंदगी बर्दाश्त कर रहे हैं. अरविंद केजरीवाल वादा करके गए थे कि कूड़ा हटा देंगे लेकिन वादा पूरा नहीं हुआ है."

सालों से यहां पर रह रहे हैं. यहां पर कूड़े के ढेर के संबंध में समस्या का समाधान नहीं हुआ है. अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि कूड़े का ढेर हटा देंगे. 10 साल की सरकार में कूड़े का ढेर बढ़ा ही है. एमसीडी में उनकी सरकार है. लेकिन, कूड़ा कम नहीं हो रहा है. 10 साल में हम लोग सिर्फ गंदगी और बदबू में जी रहे हैं. बरसात के दिनों में काफी दिक्कतें होती हैं. गर्मियों में कूड़े के ढेर में बलास्ट होता है. राजेश, स्थानीय

इसी इलाके में रहने वाली बालमित्रा देवी का कहना है कि हमारी समस्या कोई भी सरकार ठीक नहीं करेगी. यहां रहते हुए 40 साल हो गए. प्रदूषण हमारे घर में है. बाहर निकलते ही गंदगी से रूबरू होना पड़ता है. काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. एमसीडी वाले आश्वासन देकर चले जाते हैं. लेकिन साफ-सफाई को लेकर कोई काम नहीं हुआ है. केजरीवाल बताएं कि उन्होंने क्या काम किया है. सफाई नहीं हो रही है. हम चाहते हैं कि जो भी सरकार बने वह यहां पर काम करे.

बरसात के दिनों में इस जगह होने वाली दिक्कतों का जिक्र करते हुए निर्मला देवी ने बताया कि बरसात में घर में रोटी नहीं खा सकते, केजरीवाल से पूछना चाहती हूं कि उन्होंने 10 साल में क्या काम किया. दो साल एमसीडी में रहकर क्या काम किया.

शफीक जो इलाके में ही रहते हैं, उन्होंने दावा किया कि केजरीवाल जब आएंगे तो वादे के बारे में जरूर पूछूंगा. उन्होंने कहा कि केजरीवाल की सरकार में समस्या कम नहीं हुई है. जब वह वोट मांगने आएंगे तो हम पूछेंगे कि आपने वादा किया था क्या हुआ. गाजियाबाद का कूड़ा गाजीपुर में डाला जा रहा है. यहां पर बीमारियां हो रही है परेशानियां हो रही हैं.

इसी इलाके में रहने वाले खालिद का कहना है कि कूड़े के ढेर पर सिर्फ राजनीति हो रही है. यहां से कभी कूड़े का ढेर खत्म नहीं होगा. क्योंकि, मौजूदा सरकार ने भी वादा किया. लेकिन क्या हुआ. चारों तरफ बीमारियां हैं. गर्मियों के दिनों यहां आग लग जाती हैं. लोगों को सांस लेने में तकलीफ होती है. बचपन से देखता आया हूं कि यहां पर कूड़े का ढेर है, लेकिन कोई सरकार इसे नहीं हटा पाई है. बहुत समस्या का सामना करना पड़ता है.

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