श्रीनगरः उत्तर भारत के अधिकत्तर राज्यों में फिलहाल गर्मी से राहत नहीं मिली है. उत्तराखंड में भी मैदान से लेकर पहाड़ तक लोग गर्मी से बेहाल हैं. आलम ये है कि लोग अब दिन में घरों से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं. गर्मी का सितम जल संस्थान पर पड़ता भी दिखाई दे रहा है. गर्मी के कारण लोगों के घरों के नल भी सूखते जा रहे हैं.
टिहरी जिले के देवप्रयाग विधानसभा के चौरास क्षेत्र में पिछले दो माह से लोगों के घरों में पानी की एक बूंद नहीं आई है. इससे इलाके के 10 हजार से अधिक लोग पानी के लिए तरसना पड़ रहा है. लोग हैंडपंपों के जरिए पानी भर रहे हैं. यही कारण है कि बुधवार को लोगों ने कीर्तिनगर स्थित उपजिलाधिकारी कार्यालय का घेराव किया. स्थानीय लोगों ने प्रशासन और जलसंस्थान के अधिकारियों को भूख हड़ताल की चेतावनी दी है.
ग्राम प्रधान मंगसू दीपिका ने कहा कि पूरा इलाका पिछले दो माह से पानी की कमी से जूझ रहा है. कई बार जल संस्थान को इस बात से अवगत भी कराया गया लेकिन विभाग पानी का टैंकर भेजकर खानापूर्ति कर रहा है. हालांकि, पानी के टैंकर भी सड़कों के किनारे रहने वाले लोगों को ही पानी देकर वापस लौट जाते हैं.
वहीं स्थानीय निवासी विनोद चमोली ने कहा कि पिछले साल भी गर्मियों के दौरान पानी की भारी किल्लत हुई थी. तब भी जल संस्थान के ऑफिस का घेराव किया गया था. अब एक साल बाद भी यही हालात हैं. पूर्व ग्राम प्रधान वीरेंद्र पंवार का कहना है कि 10 हजार से अधिक आबादी पानी के लिए तरस रही है. पीने के पानी के लिए भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. ग्रामीणों ने जल संस्थान को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दो दिन के अंदर घरों के नलों में पानी नहीं आया तो कार्यालय पर भूख हड़ताल की जाएगी.
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